मेरी भी सुनिये मुख्यमंत्री जी, बेलगाम हो गये हैं देवरिया के अफसर
देवरिया, 11 सितंबर। सर मेरी बात मुख्यमंत्री योगी जी तक पहुंचा दो। जी हां यह बात एक पढ़ी लिखी मजबूर एवं लाचार महिला की है, क्योंकि उत्तर प्रदेश की देवरिया जिले में प्रशासनिक अधिकारी बेलगाम हो गए हैं उनको ना तो लखनऊ में बैठे वरिष्ठ उच्च अधिकारियों का डर है और ना ही सीएम योगी का। थाना दिवस उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जो केवल औपचारिकताओं तक सिमट कर रह गया है।
आए दिन फरियादी थाना दिवस में आकर जिले के अधिकारियों के सामने हाथ जोड़कर एवं आंखों में आंसू भरकर न्याय की याचना करते हैं लेकिन अधिकारी चाय और चिप्स खाते हुए अपने में ही मस्त रहते हैं। उनको किसी के दुख दर्द एवं समस्या से कोई लेना देना नहीं रहता है। जिले के बरहज तहसील निवासी एक पीड़ित महिला जय देवी तिवारी ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि उसकी पुश्तैनी भूमि पर भू माफिया टाइप के कुछ लोगों ने जबरन कब्जा कर रखा है। जिस सम्बन्ध में वह पिछले कई महीनों से जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के चौखट पर नाक रगड़ते-रगड़ते थक गई।
जब कोई सुनवाई नहीं हुई वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निवास गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर में जाकर उनसे मिली। बकौल जय देवी तिवारी माननीय मुख्यमंत्री जी ने देवरिया जिले की प्रशासनिक अधिकारियों को मदद करने हेतु आदेश जारी किया। उसके बावजूद भी जिले के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उसका मजाक उड़ाया जा रहा हैं तथा बेवजह परेशान किया जा रहा है एवं उसकी समस्या का निराकरण नहीं कर रहे हैं। पीड़ित महिला के अनुसार बीते शनिवार को कोतवाली थाना में आयोजित थाना दिवस में उसने हाथ जोड़कर एसडीएम सदर से प्रार्थना किया कि उसकी जमीन पर जबरन पाटटीदारों ने कब्जा कर लिया है।
इस संबंध में एफ आई आर भी दर्ज है, आप जरा मदद कर दीजिए। तो इस पर एसडीएम सदर का जवाब था कि वह पहले ही उसके मामले में बुरी तरह से फंस चुके हैं। इसलिए अब वह किसी प्रकार की कोई मदद नहीं कर सकते हैं। सुश्री तिवारी ने बताया कि एसडीएम सदर ने यह भी जवाब दिया कि तुम स्वयं ही इंची टेप ले जाकर अपनी जमीन पर कब्जा करो। जब महिला फरियादी ने यह कहा कि साहब हम खुद ही जमीन पर कब्जा कर लेते लेते तो आपके पास कयू आते और जब हम कब्जा करना शुरू करेंगे और विपक्षी हमें मारेंगे और मार कर मेरी हत्या कर देंगे तब आप क्या कर लेंगे।
महिला जो मुंबई से अपने हक की लड़ाई लड़ने देवरिया आई है ने कहा कि एसडीएम सदर ने बोला कि जब ऐसी स्थिति आएगी तब पुलिस से तुम्हारी मदद करवा देंगे। अब जरा सोचिए एसडीएम जैसे जिम्मेदार अधिकारी द्वारा एक महिला को दिया गया यह सलाह कितना जायज है ? शिकायतकर्ती का कहना है कि ऐसा प्रतीत होता है कि उपरोक्त प्रकरण में एस डी एम सदर तथा राजस्व कर्मचारी प्रतिपक्षी से साजिश रचकर व मिली भगत कर उसकी हत्या कराना चाहते हैं। इसीलिए इस तरीके का ऊल जलूल व अनुचित एवं अवैधानिक सलाह दे रहे हैं।
बताया जाता है एसडीण्म सदर द्वारा आए दिन कानून के विपरीत लोगों को सलाह देकर उन्हें गुमराह करने का प्रयास किया जाता है। इस संबंध में एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि वह कई बार एसडीएम सदर से मिल चुका है लेकिन हर बार वे नई-नई बातें करके किसी प्रकार की करवाई करने से पूरी तरह से बचने का प्रयास किया करते हैं। बताते हैं कि एसडीएम सदर की क्रिया कलाप को लेकर तरह तरह की चर्चाएं विभाग एवं आम जनता में हो रही है तथा लोगों के मन में एस डी एम सदर के प्रति असन्तोष बढ़ता जा रहा है। उक्त प्रकरण के संबंध में एसडीएम सदर योगेश कुमार गौड़ से मोबाइल फोन के माध्यम से बात करने का कई बार प्रयास सोमवार को किया गया लेकिन उन्होंने मोबाइल फोन नहीं उठाया। इस वजह से उनका पक्ष नहीं जाना जा सका।