नए साल में सावे कम, 40 दिन ही बजेगी शहनाई
श्रीगंगानगर ब्यूरोः (विनोद सोखल) एक जनवरी से शुरू हो रहे नववर्ष 2018 के दौरान शहनाई कम ही दिन बजेगी। वर्ष 2017 के मुकाबले नए साल में सावे कम होंगे। वर्ष 2017 में 59 सावे थे जबकि वर्ष 2018 में विवाह एवं अन्य मांगलिक कार्यों के लिए लोगों को 40 दिन ही मिलेंगे। 18 मार्च को नवसंवत्सर, 18 अप्रेल को अक्षय तृतीया तथा 19 अक्टूबर को विजयदशमी का अबूझ सावा होगा। पंडित सत्यपाल पाराशर ने बताया कि वैसे जनवरी में मकर संक्रांति से विवाह आदि मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं लेकिन इस बार शुक्र अस्त होने (तारा डूबा होने) के कारण जनवरी में कोई सावा नहीं रहेगा।
शुक्र का उदय एक फरवरी को होगा। इसके बाद चार फरवरी को नए साल का पहला सावा होगा। उन्होंने बताया कि 4 फरवरी से आरंभ होने के बाद विवाह आदि मांगलिक कार्यों का सिलसिला 10 जुलाई तक चलेगा। चौदह जुलाई को कर्क की संक्रांति लगने के कारण सावे नहीं होंगे। इसके बाद 23 जुलाई को देवशयनी एकादशी से विवाह-शादियों पर विराम लग जाएगा। हालांकि 19 नवम्बर को देव उठनी एकादशी से देव जाग जाएंगे मगर इसके बावजूद शहनाई बजना शुरू नहीं होगी क्योंकि इस दौरान तारा डूबा हुआ होगा।
पंडित पाराशर ने बताया कि सामान्यतया देव उठनी एकादशी से विवाह तथा अन्य मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं मगर इस बार देव उठनी एकादशी से सात दिन पहले ही यानी 12 नवम्बर को गुरु अस्त हो जाएगा। गुरु सात दिसम्बर तक अस्त रहेगा। इस कारण नवम्बर में सावे नहीं होंगे। देव उठनी एकादशी 19 नवम्बर को है मगर गुरु सात दिसम्बर तक अस्त रहेगा। इसके बाद दिसम्बर में फिर शहनाई बजेगी। लेकिन दिसम्बर में भी केवल तीन दिन 11,12 व 13 दिसम्बर को ही सावे निकल रहे हैं।
इससे पहले अधिक मास रहने के कारण सावे नहीं होंगे। पंडित पाराशर ने बताया कि वर्ष 2018 में दो ज्येष्ठ मास होंगे। प्रथम ज्येष्ठ मास का कृष्ण पक्ष और अंतिम ज्येष्ठ मास का शुक्ल पक्ष शुद्ध रहेगा मगर बीच में 14 मई से 13 जून तक अधिक मास (पुरुषोत्तम मास) रहने के कारण विवाह सहित तमाम मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे।
ये रहेंगे सावेः फरवरी-4, 5, 6, 7, 18, 19, 20 व 21 मार्च-2, 3, 5, 6 व 12 अप्रेल-18, 19, 20, 26, 27, 28, 29 व 30 मई-8, 11 व 12 जून-20, 21, 22, 23, 24, 27, 29 व 30 जुलाई-1, 2, 6, 7 व 10 दिसम्बर-11, 12 व 13