वकील हत्याकाण्ड के आरोपियों को एसटीएफ ने दबोचा
प्रतापगढ (शिवेश शुक्ला): वकील हत्याकाण्ड के आरोपियों को एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर धर दबोचा। पुलिस की गिरफ्त में आये हत्यारोपी कई अन्य संगीन घटनाओं को भी अंजाम दे चुके है। इस बात का खुलासा गुरूवार की शाम पुलिस लाइन स्थित सई काम्प्लेक्स में एसपी सुनील सक्सेना ने प्रेसवार्ता में किया।
बता दें कि अधिवक्ता इन्द्रमणि शुक्ल 29 अक्टूबर की देरषाम कचहरी से घर जाते समय बड़नपुर के समीप अज्ञात बदमाषों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस सम्बन्ध में अधिवक्ता की पत्नी कंचन शुक्ला ने नगर कोतवाली में चार अज्ञात के विरूद्व अभियोग दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में पूर्व में खुलासा करते हुए साजिषकर्ता महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हत्या में शामिल अन्य शूटरों के लिये पुलिस के साथ ही एसटीएफ की टीम लगाई गयी थी। गुरूवार को एसटीएफ के टीम प्रभारी अतुल कुमार सिंह, स्वाट टीम प्रभारी मनोज शुक्ला के साथ ही नगर कोतवाल हरिपाल सिंह यादव की टीम ने घटना में शामिल हत्यारोपी कोतवाली नगर क्षेत्र के शुकुलपुर निवासी तपन मिश्र पुत्र भेशदत्त मिश्र, शहर के अचलपुर निवासी अंकित खण्डेलवाल पुत्र श्याम बिहारी, क्षेत्र के ही षिवपुरी निवासी अमित तिवारी पुत्र राजेन्द्र प्रसाद व क्षेत्र के ही गोड़े निवासी अमरीष सिंह पुत्र राजकुमार सिंह को गायघाट पुल के समीप धर दबोचा। टीम ने इनके पास से दो चोरी की बाइकें, एक पिस्टल 32 बोर, एक रिवाल्वर 32 बोर, दो तमंचा 315 बोर के साथ ही 18 कारतूस बरामद किया गया। बता दें कि पकड़े गये उक्त चारों आरोपियों ने आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के अमरगढ़ के व्यापारी सुषील कुमार पुत्र जगन्नाथ की रंगदारी न देने पर 18 अक्टूबर को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। यही नहीं तपन मिश्र शहर के प्रतिष्ठित लोहा व्यवसायी महादेव केसरवानी की हत्या में भी नामजद आरोपी है। इन्द्रमणि शुक्ल की हत्या की बावत अंकित खण्डेलवाल ने बताया कि उसका इन्द्रमणि शुक्ल से जमीन की दलाली में पैसे का विवाद था और तपन मिश्र से 50 हजार रूपये महादेव केसरवानी की हत्या में मुकदमें से नाम निकलवाने के लिये अधिवक्ता ने लिया था। उसका नाम हत्याकाण्ड से नहीं निकला और उसका पैसा भी नहीं वापस किया। इसी रंजिष में सभी ने मिलकर उनकी हत्या की बात कबूली। खुलासे के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नीरज कुमार पाण्डेय, सीओ सिटी मनीष मिश्र के साथ ही एसटीएफ और कोतवाली प्रभारी मौजूद रहे।