इस बार भी नही आयोजित होगा अयोध्या में प्रसिद्ध सावन झूला
अयोध्या (प्रभाकर चौरसिया) कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अयोध्या के मणिपर्वत पर प्रसिद्ध सावन झूला इस बार नही आयोजित होगा। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, लेकिन बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते यह आयोजन नहीं हो पाया था।
इस वर्ष भी तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए अयोध्या के संतों ने इस कार्यक्रम को न करने का फैसला किया है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की गयी है कि संक्रमण के खतरे से खुद का बचाव करते हुए कम से कम संख्या में अयोध्या आएं। मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा कि महामारी के इस दौर में भले ही संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ी है, लेकिन यह भयानक बीमारी खत्म नहीं हुई है इसलिए हम सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है।
श्रद्धालु मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करते हुए कतारबद्ध होकर दर्शन पूजन करें. अनावश्यक भीड़ न लगाएं, जिससे इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। दशरथ महल के महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य ने बताया कि प्रत्येक वर्ष अयोध्या के मंदिरों में विराजमान रामलला सरकार की शोभायात्रा निकालकर मणि पर्वत पर झूलन उत्सव कार्यक्रम आयोजित होता है. जिसके बाद ही सावन झूला मेले की शुरुआत होती है, लेकिन आम जनमानस की सुरक्षा को देखते हुए इस वर्ष भी संतों ने यह निर्णय लिया है की मणि पर्वत का मेला आयोजित नहीं किया जाएगा, क्योंकि जीवन रहेगा तो उत्सव होते रहेंगे।