आखिर कौन है राष्ट्रीय पक्षियों की मौत का जिम्मेदार?
कानपुर: कानपुर देहात के कांधी गांव में हर रोज मरने वाले राष्ट्रीय पक्षियों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन है? ये सवाल हर आदमी की जुबान पर है। मोरों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अगर इसी तरह हर रोज इसी तादाद में राष्ट्रीय पक्षी मरते रहे तो इनका नामो निशान ही खत्म हो जायेगा।
राजपुर विकासखंड के कांधी गांव में राम किशोर के अरहर के खेतों में बुधवार सुबह 10 मोरों के शव पड़े मिले। ग्रामीणों ने तुरंत फोन पर वन विभाग को इसकी सूचना दी। वन विभाग की टीम के पहुंचने से पहले ही तीन मोरों के शव गायब हो गये।
इससे वहां हड़कंप मच गया। ग्रामीणों के अनुसार शिकारियों द्वारा जहरीले दाने फेंके जाने से मोरों की मौत होने की संभावना है। दूसरी ओर वन अधिकारी कोहरे और ठंड को मौत की वजह बता रहे हैं।