नोटबंदीः बनारस में रजिस्ट्र प्रभावित, कामकाज ठप
वाराणसी: यूपी सरकार ने नोटबन्दी के बाद 1000 व 500 रुपये के पुराने नोटों को रजिस्ट्री कार्यालय में लेने का फरमान जारी कर दिया है। कारण रजिस्ट्री कार्यालय में स्टाम्प पेपर की कमी के चलते ये परेशानी आ रही है। कोषागार कार्यालय में पुराने 1000 व 500 रुपये के नोट नहीं चलने से स्टाम्प वेंडर भी स्टाम्प नहीं खरीद रहे है। कोई व्यक्ति जमीन रजिस्ट्री नहीं करा रहा है। जो इक्का दुक्का रजिस्ट्री हो रही है वो ई स्टाम्प के जरिये हो रहे है।
इस संबंध में मुख्य कोषागार अधिकारी बालमुकुंद का कहना है कि बीते 8 नवंबर की रात से जब से 1000 व 500 रुपये के पुराने नोट बंद हुए है तब से स्टाम्प की बिक्री ना के बराबर है और कामकाज काफी प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि 8 नवम्बर की रात से नोटबन्दी के पहले कोषागार कार्यालय के कैश काउंटर से प्रतिदिन 35 से 40 लाख रुपये का स्टाम्प बिक जाता था। वही हफ्ते में दो बार स्टाम्प वेंडर लगभग 4 करोड़ के स्टाम्प पेपर की खरीद करते थे। लेकिन नोट बंदी के वजह से दोनों प्रभावित हुए है। जो स्टाम्प वेंडर छोटे नोट दे रहे है उन्ही को स्टाम्प पेपर दिया जा रहा है। वही रजिस्ट्री कार्यालय में नोटबंदी के बाद से आजतक मात्र 10ः रजिस्ट्री हुयी है। वो भी ज्यादातर ई स्टाम्प से जमीन रजिस्ट्री का कार्य हो रहा है। यदि सरकार कोषागार कार्यालय में भी पुराने 1000 व 500 रुपये की नोट जमा करने की स्वीकृति प्रदान कर दे, तो शायद फिर से पहले जैसा कार्य होने लगे।’