जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर को 2 लाख रुपए घूस लेते विजिलेंस ने पकड़ा
लखनऊ, उ.प्र.। विजिलेंस ने सेल्स टैक्स मुख्यालय में जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र कुमार पांडेय को 2 लाख रुपए घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा है। एडम डाटा सर्विसेज ने धनेंद्र कुमार के खिलाफ विजिलेंस से शिकायत की थी। बताया था कि डिप्टी कमिश्नर घूस मांग रहे हैं। विजिलेंस की टीम सेल्स टैक्स मुख्यालय पहुंची और धनेंद्र को रंगे हाथ पकड़ लिया।
उसके बाद गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। दरअसल, एडम डाटा सर्विसेज के एक प्रतिनिधि ने विजिलेंस के हेल्प लाइन नंबर 9454401866 पर फोन करके कुछ दिनों पहले शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र कुमार पांडेय उनकी कंपनी के जीएसटी रिफंड पास करने के एवज में दो लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं। इसके बाद एसपी विजिलेंस डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने शिकायतकर्ता को ऑफिस बुलाया। उससे पूरी जानकारी ली।
एडम कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया, उनकी कंपनी पिछले कई साल से अमेरिका की कंपनी की ओर से उपलब्ध कराए गए स्कैन्ड डाटा शीट्स को एक डैशबोर्ड में डिजिटल फार्म में तैयार कर वापस भेजती है। कंपनी 3 तरह के काम करती है। पहला मैनेजमेंट रिलेटेड, दूसरा डाटा एंट्री करने वालों की हायरिंग और तीसरा एडब्लूएस एमेजॉन वेब सर्विसेज का। एडम कंपनी ने जीएसटी के आधार पर लगभग 20 लाख का रिफंड क्लेम किया था। इस रिफंड को जीएसटह ऑफिस मीराबाई मार्ग पर तैनात डिप्टी कमिश्नर (जीएसटी) जोन 20 धनेंद्र कुमार पांडेय एक्सेप्ट करना था। इस पर धनेंद्र ने कंपनी प्रतिनिधि से 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी।