पोस्ट आफिस के ग्राहकों के लिये बुरी खबर, निकासी पर देना होगा चार्ज
नई दिल्लीः पोस्ट ऑफिस के ग्राहकों के लिए बुरी खबर है. बता दें 1 अप्रैल 2021 से पोस्ट ऑफिस ग्राहकों के लिए कुछ नए नियम लागू हो रहे हैं. मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक, इंकडया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक ने अब निकासी, जमा करने और आधार आधारित पेमेंट सिस्टम पर चार्ज लगाने का फैसला किया है. यानी आपको पैसे जमा करने और निकालने के लिए भी चार्ज देना होगा।
अगर आपका बेसिक सेविंग्स अकाउंट है तो आपको 4 बार पैसा निकालने पर कोई चार्ज नहीं देना होगा, लेकिन उससे ज्यादा ट्रांजैक्शन के लिए आपको 25 रुपये या 0.5 फीसदी चार्ज देना होगा. वहीं, पैसे जमा करने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लगेगा. इसके अलावा इंडिया पोस्ट ने घोषणा की है कि वह ग्रामीण डाक सेवा शाखाओं में निकासी की सीमा को बढ़ाएगा और अब ये सीमा 5000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 प्रति ग्राहक कर दी गई है. इस कदम का उद्देश्य समय के साथ डाकघर की जमा राशि बढ़ाना है. डाकघर में बचत खाते में कम से कम 500 रुपये होने चाहिए और 500 रुपये से कम रकम होने पर 100 रुपये चार्ज काटा जाएगा।
वहीं, अकाउंट पैसा न होने पर अकाउंट टर्मिनेट कर दिया जाएगा। आपका सेविंग्स और करंट अकाउंट है तो आप हर महीने 25000 रुपये तक निकाल सकते हैं. इससे ज्यादा निकालने पर आपको 25 रुपये का चार्ज देना होगा. वहीं, 10,000 रुपये तक का कैश डिपॉजिट करते हैं, तो कोई चार्ज नहीं लगेगा, लेकिन इससे ज्यादा जमा करने पर हर जमा पर कम से कम 25 रुपये चार्ज लगेगा. आईपीपीबी नेटवर्क पर असीमित मुफ्त लेनदेन होते हैं, लेकिन नॉन-आईपीपीबी के लिए केवल तीन बार ही मुफ्त लेनदेन किया जा सकता है।
ये नियम मिनी स्टेटमेंट, कैश निकालने और कैश जमा करने के लिए है. फ्री लिमिट खत्म होने के बाद हर ट्रांजैक्शन पर एक चार्ज देना होगा. सीमा समाप्त होने के बाद किसी भी जमा राशि पर 20 रुपये का चार्ज लगेगा. इसके अलावा ग्राहक अगर मिनी स्टेटमेंट निकालना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपको 5 रुपये देना होगा. अगर आप लिमिट खत्म होने के बाद पैसों का लेनदेन करते हैं तो लेनदेन राशि का 1 फीसदी शुल्क आपके खाते में से काट लिया जाएगा, जोकि मिनिमम 1 रुपये और अधिकतम 25 रुपये है. बता दें इन चार्जेस पर जीएसटी और सेस भी लगाया जाएगा।