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Uttaranchal

मानवाधिकारों के प्रति गंभीर है उत्तराखण्ड-न्यायमूर्ति

Posted on: Thu, 19, Nov 2015 4:54 PM (IST)
मानवाधिकारों के प्रति गंभीर है उत्तराखण्ड-न्यायमूर्ति

पिथौरागढ़: (किशोर जोशी) जनपद भ्रमण पर पहुंचे उत्तराखण्ड मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष सदस्यगण, निबंधक एवं अन्य अधिकारीयों द्वारा विकास भवन सभागार में परिवादों की सुनवाई एवं निस्तारण के साथ ही जिला चिकित्सालय एवं हवालात का भी निरीक्षण किया गया। विकास भवन सभागार में मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति विजेन्द्र जैन एवं राजेश टंडन द्वारा आयोग में लंबित जनपद पिथौरागढ़ एवं जनपद चम्पावत के कुल 11 वादों की भी सुनवाई की इसके अतिरिक्त आयोग द्वारा आज ही 4 जो नई शिकायतें प्राप्त हुअी थी उन्हे भी सुना। आयोग द्वारा कुल 15 मामले सुने गये जिनमें से 4 मामलों का तुरन्त निस्तारण किया गया।

इसके उपरान्त् प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति जैन ने कहा कि मानवाधिकार के प्रति संवेदनशील होकर के राज्य में कई स्थानों में कार्यशालायें आयोजित की जा रही है। इस हेतु राज्य शासन द्वारा भी अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को मानवाधिकार के प्रति संवेदनशील होने के लिए लगातार जानकारियां आदि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगस्त 2012 में आयोग के गठन के उपरान्त् न्यायमूर्ति राजेश टंडन इसके सदस्य तथा मई 2013 में वे स्वंय इसके अध्यक्ष बने लगभग ढाई वर्षाें में आयोग के पास कुल 3,500 मामले प्राप्त हुए जिसमें अभी तक कुल 3200 मामलों का निस्तारण कर दिया गया है। इन 3200 शिकायतों में किसी भी शिकायतकर्ता द्वारा दिये गये निर्णयों के संबधों में किसी भी प्रकार की आपत्ति व आवेदन प्रस्तुत नही किया है इससे प्रतीत होता उन्होंने कहा कि अगर किसी शिकायतकर्ता को आयोग के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज की जानी है तो वह टेलीफोन, चिट्ठी, ईमेल या वह स्वंय आकर दर्ज कर सकता है। आयोग का दूरभाष नम्बर 0135-2710482 है। उन्होंने कहा कि अगर मानवाधिकार का हनन हुआ है तो आयोग तुरन्त संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को अवगत कराता है अगर विभाग द्वारा कार्यवाही अम्ल में नही लायी जाती है तो आयोग के अधिकारानुसार धारा 17,18,19 के अंतर्गत कारवाई की जाती है।

आयोग के अध्यक्ष एवं टीम द्वारा जिला चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया गया तथा चिकित्सकिय व्यवस्था के संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी व प्रमुख चिकित्साधीक्षक से जानकारी ली। उन्होंने प्रमुख चिकित्साधीक्षक से कहा कि अगर चिकित्सालय से संबंधित वित्तीय व स्टाॅफ एवं अन्य किसी प्रकार की मांग एवं आवश्यकता है तो वह उससे आयोग को अवगत करायें। इस दौरान प्रमुख चिकित्साधीक्षक ने अवगत कराया कि जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ में वर्तमान में कुल 22 चिकित्सक कार्यरत है प्रतिदिन ओ0पी0टी0 के तहत लगभग 150 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है आज के दिन चिकित्सालय में कुल 103 मरीज भर्ती है जिनका इलाज कराया जा रहा है। इससे पूर्व जनपद आगमन पर आयोग के अध्यक्ष, सदस्य का प्रभारीजिलाधिकारी प्रंशात आर्या एवं मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर पर आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति राजेश टंडन, निबंधक सुनील कुमार गुप्ता उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, अनुराग आर्या, पुलिस उपाधीक्षक जी0एस0 कोहली सीएमओ0, सीएमएस समेत आयोग के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।




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