मन की शांति से विश्व में शांति संभव
प. बंगाल, सिलीगुडी: (पवन शुक्ला) आज भाग दौड़ के समय में मनुष्य का जीवन मशीन की तरह हो गया है। जिसके कारण आज पूरी दुनियां के लोग तनाव में जी रहे है। ऐसे में जब तनावपूर्ण जीवन हो तो स्वयं या दुनियां में शांति के लिए सोचना संभव नहीं होता। संयुक्त राष्ट्र ने 21 सितंबर को विश्व शांति दिवस घोषित किया है। इसी को ध्यान में रखकर श्री रामचन्द्र मिशन ने रविवार को फूलबाडी स्थित अपने (योगाश्रम) में अंतःकरण की शांति के लिए शारिरिक शिथिलता की क्रिया और विश्व शांति के लिए ध्यान का आयोजन किया। इसमें सैकडो महिला और पुरुषों ने भाग लिया। उक्त जानकारी श्री रामचन्द्र मिशन की प्रबंधक श्री मती लता गोयल ने दी। आयोजित ध्यान व विश्राम कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को ध्यान व विश्राम के महत्व को बताते हुए लता ने कहा कि विश्व में शांति तभी संभव है जब मनुष्य का ध्यान विचलित न हो और इसका एक मात्र उपाय है ध्यान, जो विश्व शांति के मार्ग को सही दिशा देता है। हम यहाँ उपस्थित सभी साधकों से अनुरोध करती हूं कि सभी लोग एक साथ मिलकर अपने ध्यान को केन्द्रत कर विश्व शांति के प्रयास में जुट जाएं।