यूपी में 4 सीटों का ऑफर, एनडीए के साथ जा सकता है आरएलडी
यूपी डेस्कः राजनीति जो चाहे वो कराये। हम बात कर रहे हैं इणि्उरू गठबंधन की। लोकसभा का चुनाव ज्यों ज्यों निकट आता जा रहा है गठबंधन बिखरने लगा है। पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने गठबंधन को अपनी औकात दिखाने का प्रयास किया, अब चर्चा है कि आरएलडी भी एनडीए के साथ जा सकता है। ऐसे में यूपी में गठबंधन का बुरा हस्र होने वाला है।
बिहार में इससे पहले ही गठबंधन बिखर चुका है। सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल हो सकती है। भाजपा की तरफ से जयंत चौधरी को 4 सीटों का ऑफर भी दिया गया है। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इण्डिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी के साथ शामिल आरएलडी सियासत की नई राह पर आगे बढ़ सकती है। अगर गठबंधन टूटता है तब आरएलडी भाजपा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ सकती है। यूपी में इण्डिया गठबंधन अपनी जमीन तलाश कर रहा है लेकिन रास्ते असहज होते जा रहे हैं।
इस पूरे खेल में अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई पहल नही किया गया है। आरएलडी गठबंधन से अलग हुआ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गठबंधन को बड़ा नुकसान पहुचायेगा। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी ने कैराना, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में प्रत्याशी अपना और निशान आरएलडी का रखने की शर्त रखी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा और आरएलडी के बीच गठबंधन टूटने की यह बड़ी वजह हो सकती है। वहीं, भाजपा ने बिना देर किए आरएलडी को 4 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। ये सीटें कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा बताई जा रही हैं।