छीने जा रहे हैं मौलिक अधिकार-अयाज अहमद
गोण्डा, (उ.प्र) देश का संविधान खतरे में है और नागरिकों के मौलिक अधिकार छीने जा रहे हैं। भाजपा की सरकार में देश में केवल दो लोग शासन कर रहे हैं। लोग अधिकतर केन्द्रीय मंत्रियों के नाम तक नहीं जानते हैं। सच तो ये है कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। यह विचार उत्तर प्रदेश कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश सचिव अयाज अहमद ने व्यक्त किया।
वे कांग्रेस भवन पर आयोजित सविंधान पर चर्चा एवं गोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। अयाज ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार लोगों का धु्रवीकरण करने का पूरा प्रयास कर रही है लेकिन जिन लोगों ने इस विभाजनकारी साजिश को समझ लिया है। उन्होंने भगवा पार्टी के विमर्श को खारिज कर दिया है। कहा दरअसल नागरिकों को शुरू में समझ में नहीं आता कि उनकी स्वतंत्रता छीनी जा रही है क्योंकि वे बदलाव के अनुसार ढलने की कोशिश करते हैं। यह तब शुरू होता है जब कोई हमें यह बताता है कि क्या खाएं, क्या पढ़ें और मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे, गिरिजाघरों पर जाने पर क्या पहने, दन छोटी-छोटी चीजों से शुरू होता है अधिकारों का छीनना।
देश का अन्नदाता 37 दिनों से दिल्ली बार्डर पर अपने अधिकारों के लिये आन्दोलित है किन्तु केन्द्र की मोदी सरकार और उनके मंत्रीग किसानों को झूठी दिलासा दे रहे हैं। देश के नागरिकों को भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार सुरक्षित रहें इसके लिये सजग रहना होगा। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि समय आ गया है जब वह संविधान की रक्षा के लिये सचेत रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये जिला अध्यक्ष जैनुल्लाब्दीन खान ने कहा कि भाजपा सुनियोजित रूप से नागरिकों के मौलिक अधिकारों को छीनने का षड़यंत्र कर रही है। मुख्य रूप से अली अरशद ,मो इमरान अब्दुल कादिर मो आसिफ ,कमरूजज्मा कादरी, नासिर हुसैन, मो जमील खान, सिराज अहमद, शहजादे मेवाती, ओम प्रकाश शर्मा ,हरिश्याम सोनी ,विजय कुमार मिश्रा,खालिक भाई, खगेश चतुर्वेदी आदि शामिल रहे।