इटावा की लेडी सिंघम चर्चा में
इटावा: बिहार के तेजतर्रार पुलिस ऑफिसर शिवदीप लांडे और असम की आईपीएस ऑफिसर संयुक्ता पाराशर के बाद ऐसी ही फितरत वाली एक और पुलिस अधिकारी का नाम सामने आया है। यह नाम है एसएसपी मंजिल सैनी का। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ सरकार के मुखिया के गढ़ इटावा में पोस्टेड मंजिल के तीखे तेवर इन दिनों इटावा के दबंगों पर भारी पड़ रहे हैं।
इटावा की सड़कों पर बदमाशों और गलत काम करने वालों को सबक सिखाने के लिए मंजिल सैनी ने खुद कमान संभाल रखी है। वह पुलिस बल के साथ खुद सड़क पर निकलती हैं और चीजें सही करने की कोशिश करती हैं।
मंजिल खुद गाडि़यों को रुकवा कर उनके शीशों पर लगी काली रील निकलवाती हैं और अगर गाड़ी पर किसी पार्टी या नेता का झंडा लगा हुआ है, तो उसे भी निकलवा देती हैं। यहां तक कि अगर गाड़ी पर एसपी का झंडा है या फिर गाड़ी के मालिक का नेताओं के साथ किसी भी तरह का संबंध है, तो भी मंजिल किसी तरह की नरमी नहीं बरतती हैं।
गलत कायदों से गाड़ी चलाने वालों पर ऐक्शन लेने के साथ ही मंजिल अवैध शराब के अड्डों पर भी खुद ही दबिश देती हैं और ऐसे अड्डों को बंद करवाती हैं। सुपर कॉप मंजिल कहती हैं, श्आजकल चेन स्नेचिंग और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं शाम के समय ज्यादा होती हैं, जब लड़के बाइक लेकर निकलते हैं। ऐसे में मैंने रोजाना शहर के महत्वपूर्ण चैराहों पर शाम 5 से 7 तक चेकिंग करने और पुलिस तैनात करने के लिए कहा है।श्