प्रसूता की मौत पर परिजनों का हंगामा
फैजाबाद ब्यूरो (विनोद तिवारी) जिला महिला अस्पताल में स्टाफ नर्सों की भारी लापरवाही सामने आई है। यहां एक प्रसूता की दर्दनाक मौत हो गई है। उसके भाई ने आरोप लगाया है कि स्टाफ नर्स उसकी बहन को लेबर रूम में ही छोड़ कर बाहर आ गई जिसके बाद वह स्ट्रेचर से नीचे गिर गई और उसकी बच्चेदानी बाहर आ गई और उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। प्रसूता शिवपति मिल्कीपुर तहसील अंतर्गत थाना इनायतनगर के खिरौनी की रहने वाली थी और 24 अगस्त की रात उसे प्रसव के लिए फैजाबाद महिला जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रसव के बाद बच्चे को परिजनों के हवाले कर लेबर रूम से स्टाफ नर्स बाहर चली गई।
दर्द से तड़प रही प्रसूता स्ट्रेचर से नीचे गिर गई और उसकी बच्चेदानी बाहर आ गई जिससे उसे ब्लीडिंग शुरू हो गयी और पूरे फर्श पर खून ही खून फैल गया। लेबर रूम में नर्स के पहुंचने के बाद आनन-फानन में नर्सों ने बच्चेदानी को अंदर किया और खून से लाल फर्श को साफ कर दिया और परिजनों को सूचना दी कि प्रसूता की हालत सीरियस है इसको कंही बाहर लेकर जाएं लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। स्टाफ नर्सों की भारी लापरवाही पर परिजनों ने हंगामा किया और इसकी शिकायत सीएमएस से की लेकिन सीएमएस ने स्टाफ नर्स का बचाव करते हुए कहा कि प्रसूता में खून की कमी थी लीवर और किडनी भी खराब हो रहे थे जिसके कारण उसकी मौत हो गई। स्ट्रेचर से गिरने के सवाल पर सीएमएस ने कहा कि 2 डॉक्टरों की टीम बनाकर इसकी जांच कराई जाएगी। सवाल यह है कि लेबर रूम में परिजनों का जाना मना है तो फिर प्रसूता को छोड़कर लेबर रूम से नर्स बाहर कैसे आई।
यह लापरवाही क्यों की गई। नर्सों की लापरवाही से पैदा हुआ एक मासूम मां की ममता से महरूम हो गया। इसकी शिकायत परिजनों ने पुलिस से भी की है। यह पहला वाकया नहीं है जब महिला जिला अस्पताल में डॉक्टर और नर्सों की लापरवाही से प्रसूता की मौत हुई हो। आए दिन नर्स और डॉक्टरों की लापरवाही पर हंगामा होता है। कहीं डॉक्टर मरीजों को देखने नहीं जाते तो कहीं लेबर रूम में इस तरह की लापरवाही सामने आती है। प्रदेश सरकार भले ही स्वास्थय सेवाओं में सब कुछ ठीक होने की दावा करती हो लेकिन डॉक्टर स्टाफ नर्स की लापरवाही से आए दिन पर प्रसूता व नवजात शिशुओ की मौत हो रही है ।