नोटबंदी पर माफी मागें प्रधानमंत्री
मऊ ब्यूरोः (सईदुज़्जफर) उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कांग्रेस जनों ने जनपद के घोसी तहसील मुख्यालय पर नोट बंदी की दूसरी बरसी काला दिवस के रूप में मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामप्यारे यादव व संचालन जिला महासचिव मनोज सिंह ने किया।
कांग्रेस जनों ने काली पट्टी बांधकर केंद्र सरकार के तुगलकी निर्णय का जबरदस्त विरोध किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं पूर्व जिलाध्यक्ष राष्ट्रकुँवर सिंह ने कहा कि नोट बंदी के वजह से सैकड़ों बेगुनाह लोगों की मौतें हुई जिसका खामियाजा आज भी देश भुगत रहा है। काला धन नहीं आया। देश की जनता का तीस हजार करोड़ रूपया, नई नोट छापने में खर्च हुआ। देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। जिलाध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि 8 नवंबर 2016 को अकारण नासमझी से रातों-रात लोगों की गाढ़ी कमाई रुपयों को कागज के टुकड़ों में तब्दील कर आर्थिक अराजकता का माहौल देश की जनता को थोप दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे है रामप्यारे यादव ने कहा कि भारत के 125 करोड़ के लोगों को बिन बुलाये आर्थिक आफत में ढकेल दिया। सेवा दल के जिला अध्यक्ष ओम नारायण शर्मा ने कहा कि अचानक रात में 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोटों को बंद करने के पश्चात रिजर्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 99.3 प्रतिशत करेंसी वापस आ गई तो काला धन कहां गया। नोट बंदी मोदी सरकार का बहुत बड़ा घोटाला है। जिला महासचिव मनोज सिंह ने कहा कि 500 और 1000 के नोटों को अकारण बंद करने से छोटे कल कारखाने बंद हो गए लाखों युवा बेरोजगार हो गए जिसका खामियाजा देश आज भी भुगत रहा है।
वरिष्ठ नेता रमेश पांडेय ने कहा कि नोटबंदी द्वारा गरीबों को बेसहारा बनाने और कुछ पूँजपतियों को रातों रात मालामाल करने का खड़यंत्र था। इस अवसर पर सीसीसी सदस्य इंतखाब आलम, रवींद्रनाथ त्रिपाठी, मन्नान खान, अल्पसंख्यक विभाग के मण्डल चेयरमैन मुस्ताक अली, डा.गिरिश पांडेय, घोसी व्यपार मंडल के अध्यक्ष चंदूभाई, रमन पांडेय, निसार अहमद, रामनिवास राय, संपत मौर्या, सुरेश राजभर, तारकेश्वर सिंह, बाल जीत चैहान, आफताब आलम, मुकेश राजभर सहित दर्जनों कांग्रेस जन शामिल रहे।