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Uttar pradesh

भ्रष्टाचार की जड़ों में पानी डाल रहे हैं सीएमएस

Posted on: Mon, 28, Nov 2016 12:37 PM (IST)
भ्रष्टाचार की जड़ों में पानी डाल रहे हैं सीएमएस

हरदोई: (प्रदीप सोनी) पिहानी कस्बे में मरीजों की खून जाँच के लिए अर्से से चंदा पैथोलोजी सेंटर के नाम से डॉ केकेऽगुप्ता पिहानी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के पीछे अपनी दुकान चला रहे हैं। पिहानी के चिकित्सकों द्वारा मरीजों को ब्लड टेस्ट की एडवाइज पर उक्त पैथोलोजी सेंटर भेजा जाता है। यहाँ फर्जी जाँच रिपोर्ट देने का मामला संज्ञान में आया है। जब बुखार और बदन दर्द से पीडि़त कस्बा पिहानी के मोहल्ला मिश्राना निवासी गौरव वाजपेयी पुत्र योगेश वाजपेयी ने विगत दिनांक 14 नवम्बर को डॉक्टर की सलाह पर पैथोलोजी सेंटर से खून की जाँच कराई और वहाँ से उसे 15 नवम्बर को टायफाइड पाॅजिटिव की रिपोर्ट मिली। फैमिली डॉक्टर के अनुसार उसमें टायफाइड फीवर के लक्षण न होने की तर्ज पर पीडि़त ने पिहानी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉ अमित मिश्रा को रिपोर्ट दिखाई तो उन्होंने नवनीत अल्ट्रासाउंड सेंटर हरदोई से पुनः जाँच कराने की एडवाइज लिखकर दी। 16 नवम्बर को पुनः जाँच में नवनीत सेंटर की रिपोर्ट में टायफाइड निगेटिव रिपोर्ट दी गई। मरीज अब यह नहीं समझ पा रहा था कि किस रिपोर्ट के आधार पर अपना इलाज करवाया जाए। उसने पिहानी के समाज सेवक एवं वर्तमान नपाप पिहानी के सभासद संजीव शर्मा को साथ लेकर जाँचों की पुष्टि के लिए एक प्रार्थना पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला हरदोई को दिनांक 21 नवम्बर को जाकर दिया। पिहानी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वर्तमान स्वास्थ्य अधीक्षक जितेन्द्र श्रीवास्तव की मौजूदगी में पीडि़त का ब्लड टेस्ट तीसरी बार जिला अस्पताल में करवाया गया तो वहाँ भी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव टायफाइड फीवर की दी गई। जिस पर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई।

मामले पर पीडि़त के साथ गए सभासद संजीव शर्मा ने गलत जाँच रिपोर्ट देने के दोष में आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई करने का प्रार्थना पत्र पीडि़त ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिया तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपद में चंदा पैथोलोजी का रजिस्ट्रेशन फाइल ब्यौरा तलब कर रजिस्टरित न होने की बात बताई। वहाँ पर मौजूद पिहानी स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक जितेन्द्र श्रीवास्तव को तत्काल प्रभावी कार्रवाई करने का मौखिक आदेश दिया। मगर दो दिन बाद जब उक्त सभासद ने स्वास्थ्य अधीक्षक से कार्रवाई के बावत जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और कहा मैं उक्त पैथोलोजिस्ट पर जाँच की कार्रवाई नहीं कर पाऊंगा। इसके बाद जब इस विषय पर जिला चिकित्सा अधिकारी से संज्ञान लेने हेतु सभासद ने फोन किया तो उनके द्वारा ज्यादा रायता न फैलाओ का जवाब देकर काल समाप्त कर दी गई। पीडि़त और सभासद ने प्रेसवार्ता में बताया कि हमारा उद्देश्य रायता फैलाना नहीं है बल्कि अन्य मरीजों की जिंदगी से भविष्य में ऐसा कोई प्रकरण दोबारा न हो। इसलिये दोषियों और आम जनता की आखें खोलना चाहते हैं।




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