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04 मई 2024
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Uttar pradesh

सरकार ने परिषदीय विद्यालयों को प्रयोगशाला बनाकर रख दिया है, तेज में झुलस रहे मासूम

Posted on: Wed, 24, Apr 2024 7:38 PM (IST)
सरकार ने परिषदीय विद्यालयों को प्रयोगशाला बनाकर रख दिया है, तेज में झुलस रहे मासूम

बस्ती, 24 अप्रैल। उ.प्र. सरकार ने परिषदीय विद्यालयों को प्रयोगशाला बना दिया है। तरह तरह के प्रयोग कर अध्यापकों, अभिभावकों तथा बच्चों को डिस्टर्ब किया जा रहा है। शासन से जारी ताजा निर्देश के अनुसार परिषदीय विद्यालय अब सुबह 7.30 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक चलेंगे। इससे पहले सुबह 8.00 बजे से 2.00 तक का समय निर्धारित था।

हैरानी इस बात की है कि माध्यमिक स्कूल 7.30 से 12.30 बजे तक संचालित हो रहे हैं। माध्यमिक कक्षाओं में 14 से 17 उम्र वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं और परिषदीय विद्यालयों में 6 से 14 आयु वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। उम्र वर्ग का यहां जिक्र इसलिये कर रहे हैं कि अंदाजा लगाया जा सकता है कि चिलचिलाती धूप का ज्यादा असर 6 साल के मासूम पर होगा या 14 साल के, लेकिन 14 से 18 साल के बच्चों की छुट्ठी पहले हो रही है और 6 साल के मासूमों की बाद में। धूप इस कदर है कि बच्चे झुलस जा रहे हैं लेकिन संवेदनहीन हो चुका शासन प्रशासन इस बात से बेफिक्र है और आये दिन नये आदेश जारी हो रहे हैं।

सर्वविदित है कि भीषण गर्मी के मौसम में स्कूल पूरे समय तक नही चल पाता, सभी बेला नही चलती बल्कि मैनेज करके सभी विषयों को पढ़ाया जाता रहा है, ऐसे में विद्यालयों को 1 से 12 तक के विद्यालयों को 8 से 12 बजे तक संचालित किया जाता तो शिक्षा क्षेत्र में क्या घट जाता ? लेकिन यहां तो नित नये प्रयोग हो रहे हैं, करीब महीने भर से बच्चे कड़ी धूप में झुलस रहे हैं और शासन ने अब जाकर इसे सज्ञज्ञन लिया है। वह भी एक घण्टा समय घटाकर। यहां सोचना जरूरी है कि शासन ने तेज धूप से बचाने के लिये स्कूलों का समय बदला है तो 1 बजे और 2 बजे की धूप में कितना अंतर होता है ? क्या इससे बच्चों को तेज धूप से राहत मिल जायेगी ?




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