अयोध्या को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही सरकार-योगी
फैजाबाद ब्यूरो (विनोद तिवारी) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महन्त नृत्य गोपालदास महाराज के 80वें जन्म महोत्सव के उपलक्ष्य में मणिरामदास छावनी अयोध्या में आयोजित दो दिवसीय विराट संत सम्मेलन कार्यक्रम में कहा है कि हमारी व केन्द्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता प्राचीन व आध्यात्मिक नगरी अयोध्या को वैश्विक स्वरूप व पहचान देने के साथ अयोध्या को भव्य तथा सभी आधुनिक सुविधाओं से सुज्जजित करने की है। श्री योगी ने कहा कि रामजन्म भूमि में राम मन्दिर अवश्य बनेगा लेकिन मर्यादा पुरूषोत्तम राम की मर्यादाओं की सीमा में रहकर। उन्होनें कहा कि हमें न्यायपालिका, कार्य पालिका व विधायिका की भूमिका के अन्दर रहकर कार्य करना है। इस सबका समाधान अवश्य निकलेगा इसलिए कुछ दिन और धैर्य सहनशीलता का परिचय दें। उन्होनें कहा कि इस देश में लोकतन्त्र की बात करने वालों ने 1975 में आज के दिन ही समाप्त कर दिया था और हिन्दू समाज के परस्पर सौहार्दीकरण, आपसी ताने-बाने को समाप्त करने षड़यंत्र रच रहे है।
प्रदेश सरकार ने गत वर्ष अयोध्या में छोटी दीपावली के दिन भव्य दीपोत्सव का आयोजन कर अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास कियां राम-सीता और लक्ष्मण जब पुष्पक विमान से रामकथा पार्क पर उतरें तो प्राचीनतम चित्र लोगों के नेत्रों में सजीव हो गया। उन्होनें कहा कि गत वर्ष दीपोत्सव पर्व में 6 देशो श्रीलंका, थाईलैण्ड, इण्डोशिया, कम्बोडिया, मलेशिया, द0 कोरिया देशो की रामलीला के दल अयोध्या आये थे। मैने इण्डोनेशिया के रामलीला दल को अपने आवास पर आमंत्रित कर वार्ता की उस दल में सभी पात्र मुस्लिम थे उन्होनें बताया कि इस्लाम हमारी उपासना विधि है और राम हमारे पूर्वज है। उपासना विधि बदली जा सकती है लेकिन पूर्वजों को नही बदला जा सकता है। अन्त में उन्होनें सभी सन्तजनों के आर्शीवाद के साथ महन्त नृत्य गोपालदास के शतायु होने की हृदय से कामना की।