कलक्ट्रेरट में चोरी
श्रीगंगानगर ब्यूरोः (विनोद सोखल) शहर की दुकानों के ताले तोडऩे वाले चोरों को पुलिस पकड़ पाती, उससे पहले कोई चोर जिला कलक्ट्रेट की सुरक्षा में ही सेंध लगा गया। कलक्ट्रेट की न्याय शाखा के कमरे की न तो दीवार टूटी और न ही ताला। फिर भी वहां से लगभग 20 मुहरें रहस्यमय ढंग से गायब हो गईं।
न्याय शाखा की इन मुहरों का उपयोग हथियारों के नए लाइसेंस व पुराने लाइसेंस के नवीनीकरण पर होता है। अब इन मुहरों का दुरुपयोग किए जाने का अंदेशा है। न्याय शाखा में दो कर्मचारियों की दराजों में जिला कलेक्टर व एडीएम सिटी की एक दर्जन से अधिक मुहरें रखी हुई थीं। सोमवार को क्रिसमिस के अवकाश के अगले दिन मंगलवार को कर्मचारी ऑफिस में आये। जरूरत पडऩे पर कर्मचारियों ने मेज की दराज संभाली तो वहां मुहरें नहीं मिली। दूसरे कर्मचारी की दराज मेंभी मुहरें नहीं थी। दोनों मेजों के दराज को लॉक लगा हुआ था। चाबियां संबंधित कर्मचारी के पास थीं। फिर भी मुहरें गायब होना हैरानीजनक है।
न्याय शाखा के प्रभारी गोपाल खडग़ावत ने घटना की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई है। जांच एएसआई भरतप्रसाद को सौंपी गई है। साथ ही, एडीएम सतर्कता वीरेन्द्र वर्मा को प्रशासनिक जांच सौंपी गई है। घटना के बाद न्याय शाखा के कार्य में परिवर्तन कर दिया गया है। अब कोई भी व्यक्ति न्याय शाखा में प्रवेश नहीं कर सकेगा। कमरे के गेट पर मेज लगाकर कर्मचारी बिठा दिया है, वही पर कार्य होगा। घटना के बाद कलक्ट्रेट में सीसीटीवी कैमरे लगाने की अनुशंसा की गई है। हालांकि कलक्ट्रेट में कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन वे काफी दिनों से खराब हैं। एसडीएम यशपाल आहूजा ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रशासन से कहा गया है ताकि चोरी आदि की घटना को रोका जा सके।