डाक्टर के बेटे ने लगाई फांसी, मौत
पहसा, मऊः (सईदुज्जफर) हलधरपुर थाना क्षेत्र के बिलौझा चट्टी पर एक 18 वर्षीय युवक ने परिवारिक कलह से तंग आकर पंखे के हूक में रस्सी से अपने गले में फांसी लगाकर अपनी ईह लीला समाप्त कर लिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ थाना क्षेत्र के ही छिछोर निवासी मारकण्डेय राम चार-पाच वर्षो से बिलौझा चौराहे पर एक मकान में किराए पर निजी दवाखाना चलाते थे। वहीं बच्चों के साथ रहते भी थे। रविवार के दिन पति-पत्नी दोनों अपने पैतृक गांव छिछोर चले गए थे। चार बच्चों में सबसे बड़ा लडका राहुल पुत्र मारकण्डेय राम उम्र 18 बर्ष कमरे पर अकेला था। वह पंखे के हूक मे रस्सी बाधने के बाद अपने गले में रस्सी बाधकर लटक गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। रविवार के दिन लगभग डेढ बजे की घटना है। जब उसके पिता मारकण्डे रामव उसकी माता विद्या देवी पैतृक गांव छिछोर से वापस अपने घर लौटे तो यह देखकर हैरान हो गए। शोर गुल सुनकर काफी सख्या मे लोग इकट्ठा हो गए।
हूक से लटकती लाश को नीचे उतारकर वह लाश को सीधे पैतृक गांव टैम्पो मे लादकर लेकर चले। पुलिस को जब इस बात की जानकारी हुई तो भारी संख्या में पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंच गई। लाश मौके पर न पाकर परेशान होने लगे। जानकारी मिली की परिजन उसकी लाश लेकर छिछोर लेकर चले गए हैं तो वहां पहुंच कर पुलिस ने लाश अपने कब्जे में ले लिया। शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है कि मृतक राहुल सेन्ट जेबियर्स स्कूल रसडा मे इण्टरमीडिएट का छात्र था। बेटे की मौत से पूरे छिछोर गांव तथा बिलौझा चटटी पर चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर उसने इतना खौफनाक कदम क्यों उठाया।