देहरादून में पुरोहितों ने मंत्री के घर का किया घेराव
उत्तराखण्ड ब्यूरो। विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार की मुसीबत बढ़ गई है। दरअसल यहां पुरोहित भाजपा सरकार से नाराज हैं। देवस्थानम बोर्ड का गठन इसका कारण है, वे इसे भंग करने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने मंगलवार को उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों के आवासों का घेराव किया।
विधानसभा चुनाव से पहले पुरोहितों का यह कदम बीजेपी के लिए कोई शुभ संकेत नहीं है। पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड के गठन के प्रावधान वाले अधिनियम को वापस लेने के लिए राज्य सरकार पर दवाब बनाने के लिए मुख्य रूप से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के देहरादून आवास के बाहर धरना देकर शीर्षासन किया। इस दौरान उनियाल अपने घर से बाहर आए और पुरोहितों से बातचीत की। उन्होंने पुरोहितों से 30 नवंबर तक इंतजार करने को कहा। उनका कहना था कि जल्दी ही इस संबंध में कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। ध्यान रहे कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के शासन में 2019 में गठित चारधाम देवस्थानम बोर्ड का चारों धामों-बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहित शुरू से ही विरोध कर रहे हैं। वो इसे भंग किए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। उनका मानना है कि बोर्ड का गठन उनके पारंपरिक अधिकारों का हनन है।