नई मुसीबत में लालू परिवार, धोखाधड़ी का आरोप
पटना (इन्द्रभूषण कुमार) बिहार राजनीतिक पिच पर फिर एक बार राजद सुप्रीमो लालू यादव आय से अधिक संपत्ति व भ्रष्टाचार के कई मामलों में आरोपित किये गये हैं। यह चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद के लिए यह बुरी खबर है। इस बार उनपर धोखाधड़ी कर संगठन को हड़प लेने का नया आरोप लगा है।
आरोप लगाया है पटना सिटी के जंगली प्रसाद लेन के रहने वाले रामजी योगेश ने। इस बबात लालू परिवार या राजद की प्रतिक्रिया अभी तक नहीं मिल सकी है। रामजी योगेश ने बाबत लालू प्रसाद यादव तथा उनके बेटे तेजप्रताप यादव व तेजस्वी यादव सहित एक रिश्तेदार ओम प्रकाश यादव के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। उन्होंने इस मामले में आरोपित पक्ष पर धमकी देने का आरेप लगाते हुए पटना सिटी के एसडीओ कोर्ट में भी निरोधात्मक कार्रवाई का मुकदमा किया है, जिस पर गुरुवार को कोर्ट ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने मार्च 2017 में ’डीएसएस’ (धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ) नाम से नए संगठन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसे राष्ट्रीय स्तर पर फैलाया जाएगा।
तब तेजप्रताप ने कहा था कि इस संगठन में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मो के लोग शामिल होंगे। यह आरएसएस और योगी आदित्यनाथ के संगठन ’हिंदू वाहिनी सेना’ का मुकाबला करेगा। कभी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के समर्थक रहे रामजी योगेश ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने ’डीएसएस’ नाम से एक सामाजिक संगठन बनाया था। उन्होंने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजप्रताप यादव तथा तेजस्वी यादव को संस्था का मुख्य संरक्षक बनाया।
लेकिन, तेज प्रताप यादव ने इस नाम से संगठन बनाने की घोषणा कर संगठन को बगैर उनकी सहमति के हड़प लिया। रामजी योगेश के अनुसार करीब छह महीने पहले तेजप्रताप यादव ने ’डीएसएस’ को अपने नाम निबंधित करने के लिए निबंधन विभाग में आवेदन दिया, जबकि वे साल भर पहले ही अपने नाम से इसके निबंधन का आवेदन दे चुके थे। उन्होंने इसे धोखाधड़ी बताया। रइसपर गुरुवार को सुनवाई के बाद कोर्ट ने आरोपित तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव तथा रिश्तेदार ओमप्रकाश यादव के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया।