फर्जी कोरोना रिपोर्ट पर 8 कर्मचारियों का गला फंसा
कुशीनगरः (विशाल श्रीवास्तव) स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर एक ही दिन कुशीनगर में 20 कोरोना पाजिटिव केस दर्ज किए जाने के प्रकरण में सीएमएस, नोडल पैथालोजिस्ट, लैब टेक्नीशियन समेत 8 कर्मचारियों का गला फंस गया है। इनके खिलाफ पडरौना कोतवाली में महामारी एक्ट व अफवाह फैलाने का केस दर्ज कर लिया गया है।
इस कार्यवाही से महकमे में हड़कंप मच गया है। पड़ताल में 17 रिपोर्ट फर्जी पाई गयी थी। कुशीनगर में 7 अगस्त को एक दिन में कोरोना के 20 नए केस मिले थे। खास बात ये है कि, शनिवार शाम को आई रिपोर्ट में कोरोना का कोई भी केस नहीं था, लेकिन रात 10 बजे रामकोला और हाटा सीएचसी से आई रिपोर्ट में अचानक 20 नए केस मिलने की जानकारी दी गई थी।
एक दिन में इतनी संख्या में नए केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई थी। संक्रमितों में 14 लोग रामकोला ब्लॉक से थे। जबकि हाटा से तीन, पडरौना से दो, हाटा में दो केस और मिले थे। वहीं एक केस जिले से बाहर का था। स्वास्थ्य विभाग ने इन सैंपल्स की दोबारा जांच के लिए गोरखपुर भेजा था। जांच के बाद 17 रिपोर्ट फर्जी पाई गई। इसके बाद विभागीय जांच हुई। जिसमें सीएचसी में तैनात 8 स्वास्थ्य कर्मी दोषी पाए गए।