अस्पताल में दिखा संदिग्ध, जांच में जुटी पुलिस
पटनाः (राजेश कुमार साहु) गुरुवार रात करीब साढ़े बारह बजे करीब बाइक पर सवार चार अपराधी बिहटा रेफरल अस्पताल पंहुचे। इनमें एक अपराधी अस्पताल में घुसकर सभी जगह घूमते हुए मोबाइल पर कह रहा था कि जिसकी हत्या करना है वो नजर नही आ रहा है। उसने बरामदे में सो रहे मरीज के अटेंडेंट से कंपाउंडर के बारे में जानकारी ली।
कारण पूछने पर बोला कि अस्पताल कर्मी की हत्या करनी है। कंपाउंडर के नहीं मिलने पर उसने बाद में आने की बात कही और चला गया। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। घटना की सूचना मिलने पर बिहटा पुलिस सहित अस्पताल कर्मी, चिकित्सक सन्न हो गए। आनन फानन में बिहटा पुलिस ने क्षेत्र की नाकेबंदी कर वीडियो फुटेज के आधार पर अपराधी की गिरफ्तारी के लिए जाच अभियान चलाया लेकिन सफलता नही मिली। वहीं इस संबंध में रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ. कृष्ण कुमार ने एक लिखित आवेदन के द्वारा अस्पताल प्रागण में हमेशा असामाजिक तत्वों के बने रहने, मरीजों को बहला-फुसलाकर अन्यत्र जगह पर गलत ढंग से जाच करवाने, दवा की बिक्री करने के मुद्दे पर चार से छह अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
उसकी प्रतिलिपि सिविल सर्जन, डीएम सहित अन्य वरीय पुलिस अधिकारी को दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अपराधी की गिरफ्तारी में जुट गई है। इस संबंध में ड्यूटी पर तैनात एएनएम मंजू देवी, आशा रीता कुमारी, कंपाउंडर अरविंद कुमार, मरीज बिक्रम, दनारा निवासी रौशन राम उनकी पत्नी संजू देवी, बिहटा दौलतपुर निवासी उपेंद्र प्रसाद, उनकी पत्नी पूनम देवी, बिहटा यमुनापुर निवासी उमाकात चौहान आदि ने बताया कि रेफरल अस्पताल में बीती रात्रि एक अपराधी ने मुख्य गेट से भीतर प्रवेश किया। देर रात्रि के संदिग्ध अवस्था मे पूरे अस्पताल में घूमने के बाद अपने मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था कि जिस कंपाउंडर की हत्या करना है वो नजर नही आ रहा है। कल दिन में हम अस्पताल में आएंगे तो हमको दूर से पहचान करवा देना, फिर रात में उसकी हत्या कर देंगे।
करीब आधे घटे तक अस्पताल में घूमने के बाद अस्पताल के बाहर खड़ी बाइक पर सवार होकर अपने साथियों के साथ रवाना हो गया। वही प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अपराधी ने अपनी कमर में हथियार लगा रखा था जो बाहर दिख रहा था। वीडियो में अपराधी का चेहरा स्पष्ट कैद हो गया है। पुलिस इसके आधार पर अनुसंधान में जुट गई है। अस्पताल प्रभारी डॉ. कृष्ण कुमार के अनुसार अस्पताल की सुरक्षा में बिहार पुलिस तैनात थी, लेकिन दस महीने पूर्व वापस बुला लिया गया है। अभी अस्पताल में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नही है। सुरक्षा गार्ड के लिये दो बार वरीय अधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है। वहीं थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधी को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस छापेमारी कर रही है।