इंस्पेक्टर हत्याकाण्ड का खुलासा,असलहे संग दबोचे गये हत्यारे
प्रतापगढ़(शिवेश शुक्ला): नगर के बीचोंबीच गुरूवार की रात इंस्पेक्टर अनिल कुमार की हत्या का घटना का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए असलहे संग हत्यारों को दबोच लिया। सई कांप्लेक्स में खुलासे की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सुनील सक्सेना ने बताया कि होटल वैष्णवी के ग्राउण्ड फ्लोर में संचालित माडल शाप में अन्तू थाना क्षेत्र के पूरे माधव सिंह निवासी अभिषेक तिवारी अपने साथियों पड़ोसी गंाव पूरे केशवराय निवासी किसन उर्फ राजकुंवर ंिसंह, शिंटू उर्फ स्वतंत्र कुमार सिंह, हिमांशु उर्फ अभिषेक सिंह,शेरू उर्फ शक्ति ंिसह के साथ शराब पी रहे थे। इसी दौरान किसन लघुशंका के लिये बाहर निकला। जहंा अभिषेक की बाइक के पास नगर के पल्टन बाजार निवासी जीशान पुत्र शाहिद और राजू सोनी उर्फ बोचा पुत्र पंचू सोनी से उसका विवाद होने लगा।इसी दौरान दोनों ने उसके उपर फायर झोंक दियां। जिस पर वह भागकर माडल शाप में घुस गया। जीशान और राजू उसका पीछा करते हुए माडल शाप में घुस गये। जहंा पहले से मौजूद किसन उर्फ कुंवर के साथियों ने विरोध किया तो जीशान ने दोबारा फायर झोंका जो अभिषेक तिवारी के पेट को चीरती हुई पार हो गयी। गोली चलने की आवाज सुन होटल के कमरे में ठहरे पुलिस इंस्पेक्टर अनिल कुमार अपने साथी नर्देश्वर के साथ सीढियों से नीचे उतरे, और हमलावरों को ललकारे,जिस पर हमलावरों ने उन पर भी फायर झोंक दिया। गोली इंस्पेक्टर के सीने में दाहिनी ओर लगी। जिससे वह वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़े। काउंटर के पास बैठे पुलिस इंस्पेक्टर बलिराम मिश्र ने बदमाशों को ललकारा तो वह हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गये।इंस्पेक्टर को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया,जहंा डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर की हत्या की खबर उच्चाधिकारियों को हुई तो पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक अस्पताल पहुंचे और नगर की सीमा को सील कराते हुए कई थानों की फोर्स बुलाकर चेकिंग अभियान चलायी। देररात पुलिस महानिरीक्षक इलाहाबाद परिक्षेत्र भी घटनास्थल का जायजा लिया और घटना के सम्बन्ध में मातहतों से जानकारी ली। घायल अभिषेक द्वारा उपलब्ध करायी गई जानकारी पर पुलिस टीम ने घटना में शामिल दोनों हमलावरों को छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया तथा उनके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचे व बाइक को बरामद कर लिया।इस घटना में तीन एफआईआर दर्ज करायी गयी है। जिसमें पहली एफआईआर मृतक इंस्पेक्टर के भाई विनोद कुमार की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं दूसरी रिपोर्ट अभिषेक तिवारी की तहरीर पर जानलेवा हमले की दर्ज की गयी है। तीसरी रिपोर्ट पुलिस ने आम्र्स एक्ट के तहत दर्ज करायी है।