राजगीरों को मिला भूकम्परोधी भवन का प्रशिक्षण
पिथौरागढ़: (किशोर जोशी) आपदा प्रबन्धन विभाग, उत्तराखण्ड शासन, देहरादून के तकनीकी प्रशिक्षकों द्वारा उप तहसील कनालीछीना के विकास खण्ड में भूकम्प अवरोधी निर्माण तकनीक पर स्थानीय 30 राजगीरों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी जानकारियां दी गयी एवं आपदा प्रबन्धन विभाग देहरादून के इंजीनियर आशीष कठायत, टैक्निकल असिस्टैंट घनश्याम टम्टा एवं आपदा प्रबन्धन पिथौरागढ़ के कनिष्ठ अभियन्ता राजेन्द्र सिंह बिष्ट द्वारा बताया गया कि भूकम्प सुरक्षित भवन निर्माण के लिए सुरक्षित तथा सुद्रढ़ भूमि का चयन किया जाना चाहिए तथा मकान के खुले हिस्से दरवाजे, खिडकियाॅं कम से कम हो और कोनों से लगभग 02 फुट दूर हो। बुनियाद में 4 इंच का मसाला (1: 4: 8) साधारण सीमेंट कंक्रीट का प्रयोग, कोनों में खड़ी सरिया का प्रयोग भूमि तल से कुर्सी तल पर आर0सी0सी0 का प्लिन्थ बैंड, खिड़कियों के तल में आर0सी0सी0 विंडो/सिल बैंड, दरवाजे के ऊपर आर0सी0सी0 का डोर/लिन्टल बैंन्ड दिया जाना आवश्यक है आर0सी0सी0 पट्टियों की मोटाई 3 ईच होना आवश्यक है तकनीकी प्रशिक्षकों के दिशा निर्देश में राजगीरों द्वारा भूकम्प अवरोधी भवन का माॅडल तैयार किया गया। प्रशिक्षण उपरान्त प्रमाण पत्र वितरित किये गये। उक्त प्रशिक्षण में निम्नलिखित राजमिस्त्रीयों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रकाश चन्द्र कापड़ी, बहादुर राम, लक्ष्मण सिंह, बसन्त कुमार, देव सिंह, बहादुर राम, केशर राम, आनन्द राम, सुरेश चन्द्र जोशी, कैलाश चन्द्र कापड़ी, सुन्दर राम, जगदीश राम, बसन्त लाल, जगदीश राम, किशन राम, प्रमोद कुमार, शेर राम, लक्ष्मी दत्त कापड़ी, कुन्दन कुमार, भवानी राम, रविन्द्र कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, राजु राम, किशन राम, राम प्रसाद, उमेद राम, दिनेश चैधरी, महेन्द्र सिंह, पुष्कर सिंह, गोविन्द प्रसाद।