देवरिया में रजिस्ट्री दफ्तर का बाबू 15 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार
देवरिया, उ.प्र.। रजिस्ट्री ऑफिस में तैनात वरिष्ठ लिपिक कमलेश प्रसाद और एक प्राइवेट मुंशी को एंटी करप्शन टीम ने 15000 रुपए घूस लेते पकड़ लिया। रजिस्ट्री का मूल दस्तावेज देने के नाम पर वरिष्ठ लिपिक ने सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के बरडीहा दलपत के रहने वाले अवध किशोर सिंह से 15 हजार रुपये मांगे थे। पीड़ित की शिकायत पर गुरुवार को रजिस्ट्री ऑफिस पहुंची गोरखपुर विजिलेंस की टीम ने बाबू और प्राइवेट मुंशी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
दोनों को टीम ने सलेमपुर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। बरडीहा दलपत के रहने वाले पीड़ित अवध किशोर सिंह ने करीब एक हफ्ते पहले पहले सलेमपुर रजिस्ट्री ऑफिस में जमीन का बैनामा कराया था। वह बैनामे का मूल दस्तावेज लेने के लिए रजिस्ट्री ऑफिस का चक्कर लगा रहे थे। ऑफिस के वरिष्ठ लिपिक ने मूल दस्तावेज देने को 15 घूस की मांग की। अवध किशोर सिंह ने 2 दिन पहले इसकी शिकायत फोन करके गोरखपुर विजिलेंस को दी। इसके बाद से इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह के नेतृत्व में एंटी करप्शन की 14 सदस्यीय टीम गठित की गई। गुरुवार की दोपहर करीब 1 बजे दो वाहनों से एंटी करप्शन की टीम रजिस्ट्री ऑफिस के पास पहुंची। इसके बाद अवध किशोर ने घूस की रकम 15000 रुपये बाबू को दे दिया। पैसा लेते ही ऑफिस में मौजूद एंटी करप्शन टीम ने दोनों को दबोच लिया। टीम ने उनका हाथ धुलवाया तो पानी का रंग लाल हो गया। इसके बाद विजिलेंस टीम दोनों को लेकर कोतवाली पहुंची और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया।