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दूध में शक्कर की तरह मिल गये हैं मिथिलांचल के लोगः सांसद मनसुख वसाव

Posted on: Thu, 23, Feb 2023 11:15 AM (IST)
दूध में शक्कर की तरह मिल गये हैं मिथिलांचल के लोगः सांसद मनसुख वसाव

अंकलेश्वर, भरुच (बीके पाण्डेय)। अंकलेश्वर जीआईडीसी में स्थित एआईए हाँल में रविवार की देर शाम को विदयापति स्मृति पर्व समारोह का आयोजन किया गया जिसमें आये गायक कलाकारों ने मिथिला क ी भाषा व संस्कृति को गीत के जरिए पेश कर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का आयोजन श्री विद्यापति सांस्कृतिक समिति अंकलेश्वर-भरुच की ओर से किया गया था।

कार्यक्रम के अवसर पर उपस्थित भरुच के भाजपा सांसद मनसुख वसावा के साथ मैथिली समाज के अग्रणी गोविंद सिंह, राजीव कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह, हरदयाल सिंह सहित अन्य महानुभावों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में सांसद मनसुख वसावा ने कहा कि गुजरात में रहने वाले मिथिलांचल के लोग दूध में शक्कर की भांति मिल गये हैं। राष्ट्र की एकता व अखंडता को बनाये रखने में मिथिला के लोगो की महत्वपूर्ण भूमिका रही। रामायण काल से लेकर वर्तमान समय तक मिथिलांचल की उपयोगिता बनी रही। मिथिला के लोगो व गुजरात के लोगो के बीच काफी समानता भी देखने को मिलती हैं।

सामाजिक अग्रणी गोविंद सिंह ने कहा कि मिथिला जनक की बेटी सीता की है। दरअसल मिथिला उन सबकी और उन सबमें हैं, जो उस भूखंड ही नही, उसके संस्कारों को जानते और मानते हैं। मिथिला संस्कारों की भूमि है। लोक व्यवहारों की भूमि है। विचारों की भूमि है। अवतारों की भूमि है। दर्शन की भूमि है। मिथिलांचल के अग्रणी व गुजरात प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य राजीव कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने कहा कि मिथिला की लोक श्रुति कई सदियों से चली आ रही है जो अपनी बौध्दिक परंपरा के लिए भारत और भारत के बाहर जानी जाती रही है। मिथिला के लोगो की विशेषता होती है कि वे जिस किसी से उपकृत होते हैं उसमें देवता का अंश मानकर उसकी पूजा करते हैं।

मिथिला के गांवों में कई एैसे कुंए हैं जहाँ का पानी पीने से घेघा रोग ठीक हो जाता है। पप्पू सिंह ने कहा कि 13 वीं सदी में मिथिला में महाकवि विदयापति हुए थे। उन्होने अपनी रचना गंगा विनती में नदी के प्रति गजब का सम्मान दिखाया है। जब दुनिया को पर्यावरण व जल संरक्षण का ज्ञान भी नही था, उस समय उन्होंने लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति आगाह किया था। सीता की पावन धरती मिथिला के लोगों में पर्यावरण व नदी के प्रति गहरा प्रेम हैं। कार्यक्रम के अवसर पर मिथिलांचल से आये कलाक ार सुरेश पंकज,सोनी चौधरी,सोनी झा,प्रवीण सोनू, सचिन पंकज व सुधीर पंकज ने एक से बढक़र एक गीत व भजन पेश कर उपस्थित लोगो को मोहित कर दिया। कार्यक्रम के अवसर पर रोशन सिंह, नवीन झा, अर्जुन चौधरी, चंदन ठाकुर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।




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