भाजपा नेता की बाइक चेक करने पी नप गये दरोगा जी
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) सैंय्या भए कोतवाल तो डर काहे का। जी हां ये लाइन यु ही नही लिखी गयी है, इसका जनपद के भाजपा नेता अक्षरशः पालन करते है। एक छोटी सी बानगी आपको हमने बीते दिनों दिखाया था कि शहर के बीचों बीच डिग्री कालेज चौराहे में इंदिरा नगर चौकी के सब इंस्पेक्टर गोपाल मणि मिश्रा वाहन चेकिंग कर रहे थे।
तभी वहां से युवा भाजपा नेता अली हैदर नकवी अपनी बाइक से निकल रहे थे, अपनी ड्यूटी निभाते हुए दरोगा ने नेता जी को रोक लिया, फिर क्या था नेता जी बिफर पड़े़। मौके पर जिलाध्यक्ष समेत तमाम भाजपा नेता आ गए, पुलिस ड्यूटी में बाधा उत्पन्न करते हुए तूँ-तूँ मैं -मैं शुरू हो गयी। नेता की गाड़ी के हेड मास्क में बड़ा सा कमल का फूल लाइट मार रहा था, और अंत मे राजनैतिक दबाव में मामला रफा-दफा किया गया। उक्त घटना सोमवार की है, लेकिन नेता जी ने दरोगा के इस कृत्य या ईमानदारी की ड्यूटी को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था और कार्यवाही की बात पर अड़ गए। एसपी ने भी आश्वस्त किया कि जांच कर कार्यवाही की जायेगी। जांच की कमान सीओ सदर गोपीनाथ सोनी को सौंपी।
रिपोर्ट के आधार पर आज एसआई मिश्रा को दोषी करार देते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया। कप्तान स्वप्निल मंमगोई का कहना है कि सीओ सदर ने की रिपोर्ट के अनुसार कार्यवाही हुई है। अब यह कार्यवाही लोगो के और अन्य थाना प्रभारियो के भी गले नही उतर रही है क्योंकि चेकिंग के दौरान जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें साफ साफ देखा जा सकता है कि जिलाध्यक्ष रामदेव पाल समेत भाजपाइयों ने दरोगा पर किस प्रकार दबाव बनाने की कोशिश की, साथ ही वीडियो में एस आई मिश्रा से अभद्रता भी की गई। तेज तर्रार माने जाने वाले एसपी की यह कार्यवाही लोगो के गले नही उतर रही है। दरोगा पर हुई यह कार्यवाही कई प्रश्न खड़े कर रही है कि ऐसे कैसे ट्रैफिक नियमो का पालन सुनिश्चित किया जा सकेगा, जब पूरा सरकारी अमला सत्ता पक्ष के सामने नतमस्तक हो।