माकपा ने बजट को निराशाजनक बताया
पदमपुरः (विनोद सोखल) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को किसान मजदूर छात्र व युवाओं के लिए निराशाजनक बताया। माकपा के तहसील सचिव रविन्द्र तरखान ने कहा कि किसानों की आय दुगुनी करने का लक्ष्य महज कोरी कल्पनाओं से अधिक कुछ नही है किसानों द्वारा उत्पादित अधिकांश फसलों को तो सरकार समर्थन मूल्य पर खरीद ही नही करना चाहती।
ऐसे में किसानों को मोदी सरकार के 5वें और अंतिम बजट में भी अनदेखा किया गया है तरखान ने कहा कि देश भर के किसानों की मांग है कि उनकी उपज का भाव लागत का डेढा होना चाहिये लेकिन मोदी सरकार ने वादा करके भी इसे लागू नही किया रविन्द्र तरखान ने कहा छात्रों व युवाओं के लिये भी बजट में कुछ नही है लगातार शिक्षा, स्वास्थ्य, रेलवे, मेट्रो, बिजली जैसी सार्वजनिक सुविधाओं को पीपीपी मॉडल के तहत निजी हाथों में सौंपकर सरकार ने पहले ही रोजगार के मौकों को बर्बाद कर दिया।
बेरोजगारी से त्रस्त युवाओ को बजट में रोजगारी की गारंटी की उम्मीद थी वहीं शिक्षा पर खर्च होने वाला बजट का हिस्सा बहुत कम है नए शिक्षण संस्थानों को सृजित करने की बजाय शिक्षा को महंगी वस्तु बना दी गई है माकपा नेता रविन्द्र तरखान ने कहा कि ब्लॉक स्तर नई चिकित्सा सेवाएं व चिकित्सकों की भर्ती के बिना आम आदमी की जिंदगी को बचाया नही जा सकता, आज देश मे लोग बीमारी के कारण नही बल्कि महंगे इलाज कराने में असमर्थता की वजह से मरते है।