सकते में समाज, इज्ज़त हो रही तार-तार
सिलीगुड़ी, वेस्ट बंगालः (पवन शुक्ल) सिलीगुड़ी में मारवाड़ी समाज में आज कल पति और पत्नी के आपसी विवाद को लेकर फेसबुक पर आरोप-प्रत्यारोप लेकर सूर्खियों में है। मारवाड़ी समाज की इज्ज़त तार-तार हो रही है। रुचि बंसल पर ससुराल द्वारा लगाए गये आरोप को लेकर चाचा प्रदीप बंसल उर्फ टीटू रुचि को न्याय दिलाने को सड़क उतर कर आंदोलन कर रहे है।
वहीं लोगों द्वारा इस मामले को लेकर वहिष्कार के कारण समाज दो भागों बटता नजर आ रहा है। ताजा घटना में रुचि बंसल के चाचा प्रदीप बंसल द्वारा रुचि के ससुर ओमप्रकाश अग्रवाल पर उसे बदनाम करने का आरोप लगाते हुए उनके सेवक रोड स्थिति प्रतिष्ठान, घर पंजाबी पाड़ व श्री श्याम सेवक रोड पर धरन प्रदर्शन करने और सेवक रोड स्थिति प्रतिष्ठान पर हो हंगामा करने के आरोप में मामला पुलिस तक पहुंच गया। उधर रुचि के ससुर ने साफ शब्दों में कहा कि मामला दोनो का मामला कोर्ट में लंबित है इसलिए किसी भी प्रकार का कोई आरोप-प्रत्यारोप से मतलब नहीं है।
ऐसे उलझा मामला
गतदिनों एक आडियो रिकार्डिंग में प्रदीप बंसल द्वारा भजन गायक पंकज गीदड़ा के चरित्र पर आरोप लगते हुए समाज में बदनाम करने की बात सामने आने के बाद रुचि बंसल का मामला समाज मे सुर्खियों में आ गया। वहीं दूसरी ओर उत्तरायन में ओमप्रकाश अग्रवाल के सामाजिक वहिष्कार को लेकर हुई बैठक पर भी सवाल खड़े हो गए और समाज दो भागों मे बंटता नजर आ रहा।
नया घटना नया ट्वीस्ट
प्रदीप बंसल द्वारा पंकज गीदड़ा को फोन करके धमकी देने के मामले ने तूल पकड़ लिया और शुक्रवार को मारवाड़ी सेवा परिवार के पंकज गीदड़ा, अशोक धनावत, अशोक मर्दा और श्याम लाल अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में पंकज गीदड़ा पर नाजायज औलाद होने की बात, चरित्र हनन और धमकी देने की घटना को निंदनीय बताया। वहीं श्री श्यामा मंदिर पर विरोध प्रदर्शन के दौरान मंदिर की दीवार पर पोस्टर लगाने को लेकर शनिवार को मंदिर की समिति की बैठक बुलाई गई है।
बुद्धिजीवीयों कहा मिडिया ट्रायल अलग
रुचिका बंसल के प्रकरण को लेकर मारवाड़ी समाज के बुद्धिजीवी तबके ने इस तरह के मामले को लेकर अफसोस जाहिर किया है और कहा मामले को मिडिया मे ना जाकर आपस में सुलझाने का प्रयास हो। वहीं दूसरी ओर सिलीगुड़ी के आसपास के क्षेत्रों के समाज के लोगों ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए मामले को सुलझाने की बात कही। बुद्धिजीवियों का कहना है ये अति संवेदनशील मामला है समाज के लोग मिडिया ट्रायल से बचे।