सीताराम शरण जी महाराज की 22 वीं पुण्यतिथि
गाजीपुर व्यूरो (विकास राय) रसिकोपासना के आचार्य पीठ श्री लक्ष्मण किला के पूर्वाचार्य एवं श्रीरामकथा के शीर्ष व्याख्याता स्वामी श्री सीताराम शरण जी महाराज की 22 वीं पुण्यतिथि बड़े ही श्रद्धा एवम उल्लास के साथ सरजू तट पर स्थित आचार्य पीठ श्री लक्ष्मण किला में मनाया गया।
इस अवसर पर पूर्वाचार्य स्वामी श्री सीताराम शरण जी महाराज को श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए याद किया गया। प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम लक्ष्मण किला में बहुत ही धूम धाम से आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में श्रीधाम महिमा. श्रीधाम कान्ति का सस्वर पाठ करते हुवे सन्त गायक समूह के द्वारा-कौन कहे श्री अवध कहानी रसखानी मनमानी है।प्राणी प्रीत करत पावत परमेश सुपद रजधानी है। जहां जगमगी सरितवरा श्री सरयू श्री महरानी है। श्री युगलानन्य शरण नेहिन की निर्मल नेह निसानी है। पूर्वाचार्य के महवाणी का सस्वर गायन पं विनोद शरण एवम तबले पर सुप्रसिद्ध तबलाबादक राम शिरोमणि दास जी की युगलबन्दी से किया गया।
आचार्य श्री के 22 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने वालों में राम नगरी अयोध्या की प्रसिद्धपीठ श्री रामवल्भाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास जी महाराज, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास जी महाराज, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महंत नरसिंह दास, महंत अर्जुन दास, बृजमोहन दास, हनुमानगढ़ी के महंत अवधेश दास, महंत रामकुमार दास, महंत छोटू शरण, पार्षद रमेश दास, आदि मौजूद रहे। पूर्वाचार्य श्री सीताराम शरण जी की पावन पुण्यतिथि पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।इस भण्डारे में अयोध्या के कोने कोने से आये हुवे संत महंत महामण्डलेश्वर एवम गणमान्य जन के साथ भक्त जनों ने भाग लिया।