खुलासाः ट्रेनों से हो रही शराब तस्करी
पटना (इन्द्रभूषण कुमार) बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है। लेकिन पीने वाले बाज नहीं आ रहे हैं। इसका फायदा शराब तस्कर उठा रहे हैं। शराब की तस्करी कम समय में पैसे कमाने का सबसे आसान माध्यम बन गया है। हालांकि इसमें पकड़े जाने का भी डर है। बावजूद शराब तस्कर नये नये तरीके इजाद कर रहे हैं। दूसरे प्रदशों से आने वाली ट्रेनें शराब तस्करी का माध्यम बन चुकी है।
गुरुवार को दिल्ली से आने वाली राजधानी एक्सप्रेस के एक कोच अटेंडेंट को शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार, नई दिल्ली से पटना आने वाली राजधानी एक्सप्रेस के बी 9 कोच के अटेंडेंट रामबली पासवान को 15 बोतल रॉयल स्टैग के साथ गिरफ्तार गिरफ्तार किया गया है। रामबली से पटना स्टेशन पर पूछताछ की जा रही है। बता दें कि दानापुर स्टेशन पर मंगलवार को अजीमाबाद एक्सप्रेस के एसएलआर बोगी और रेल इंजन के ड्राइवर के केबिन में छापेमारी कर विदेशी शराब की बोतलों से भरे पांच बैग बरामद किए हैं।
आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने शराब बरामदगी के मामले में लोको पायलट समेत चार रेलकर्मियों को गिरफ्तार किया है। दानापुर के जीआरपी इंस्पेक्टर अभय कुमार चंदा ने बताया है कि एसएलआर बोगी और इंजन के केबिन से पांच बैग से 302 शराब की बोतलें बरामद की गई हैं। शराब तस्करी में गिरफ्तार लोगों में 19421 अजीमाबाद एक्सप्रेस के मुगलसराय मंडल के ड्राइवर शमसुद्दीन (यूपी) एवं सहायक ड्राइवर संतोष चौबे (भभुआ), जबलपुर रेल मंडल के टीआरएस के कर्मचारी नौशाद अली (भागलपुर) एवं बरौदा में गुड्स गार्ड, मंजीत कुमार सिंह (बांका) शामिल हैं।