निजी चिकित्सकों ने मनाया ब्लैक डे
श्रीगंगानगर ब्यूरो (विनोद सोखल) आईएमए के आह्वान पर जिले भर के निजी चिकित्सक हड़ताल पर रहे। इस दौरान मरीजों का उपचार नही किया गया। नेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2017 के विरोध में उतरे निजी चिकित्सकों ने आईएमए के आह्वान पर मंगलवार को हड़ताल रख ‘ब्लैक डे मनाया।
सुबह 6 बजे शुरु हुई निजी चिकित्सकों की हड़ताल 12 घंटे बाद शाम 6 बजे समाप्त हुई। इस दौरान चिकित्सकों ने मरीजों का उपचार नहीं किया, जिसके चलते निजी चिकित्सालयों में चिकित्सीय सेवाएं ठप रहीं। आपातकालीन-आईपीडी को छोड़ ओपीडी के मरीज हड़ताल से परेशान हुए। आईएमए जिलाध्यक्ष डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (एमसीआई) को भंग कर नई इकाई बनाने वाले विधेयक के विरोध में आईएमए ने नियमित सेवाएं निलम्बित करने का आह्वान किया है। आईएमए के अनुसार उक्त कानून चिकित्सा पेशेवरों को नौकरशाही तथा गैर चिकित्सीय प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति पूरी तरह जवाबदेह बनाकर उनके कामकाज को प्रभावित करेगा। इसलिए मौजूदा स्वरुप में नेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2017 स्वीकार्य नहीं है।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि विरोध के चलते निजी चिकित्सकों ने आज ब्लैक डे मनाते हुए मरीजों का उपचार नहीं किया। सुबह 6 बजे से जारी हड़ताल शाम 6 बजे समाप्त होगी। इस बीच दोपहर बाद आईएमए भवन में चिकित्सकों की बैठक हुई, जिसमें लोकसभा में पेश होने वाले बिल पर चर्चा हुई। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि चेतावनी स्वरुप आईएमए के आह्वान पर पूरे देश में आज ब्लैक डे मनाया है। अगर नेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2017 को बिना संशोधन संसद में पास कर कानून के रुप में लागूकिया तो अनिश्चितकाल तक चिकित्सा सेवाओं को ठप करेंगे।
इस अवसर पर डॉ. सुरेश रिणवां, डॉ. विवेक गुप्ता, डॉ. संदीप चौहान, डॉ. रविंद्र गोदारा, डॉ. राजाराम भादू, डॉ. धर्मेश गर्ग, डॉ. प्रेम बजाज, डॉ. पवन सैनी, डॉ. सुनील अग्रवाल, डॉ. भूपेंद्र भूतना, डॉ. प्रवीण मक्कड़, डॉ. रूप सिडाना, डॉ. पीएस खुराना और डॉ. रामकिशन थरेजा सहित अन्य मौजूद रहे। इस बीच आईएमए की हड़ताल का सेवारत चिकित्सक संघ ने समर्थन किया है। मंगलवार को जिला चिकित्सालय में अरसिदा जिलाध्यक्ष डॉ. पवन सैनी के नेतृत्व में काली पट्टी बांधकर कामकाज करते हुए नेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2017 का विरोध जताया। मौके पर डॉ. दीपक मोंगा सहित अन्य मौजूद रहे।