चार बेटियों ने दिया कंधा, पूरी हुई पिता की अंतिम इच्छा
वाराणसीः महमूरगंज के रहने वाले समाजसेवी व वाराणसी विकास समिति के सदस्य सच्चिदानंद त्रिपाठी का गुरुवार को निधन हो गया। वो 65 साल के थे। पिता की आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए उनकी चारों बेटियों सरोजिनी, अन्नपूर्णा, अर्चना और सुधा ने उनके शव को कंधा दिया बल्कि मुखाग्नि भी दी। सच्चिदानंद त्रिपाठी मूल रुप से निवासी बिहार के भभुआ के रहने वाले थे।
जिनको लगभग एक वर्ष पूर्व गले में कैंसर की शिकायत हो गई थी। सबसे छोटी बेटी सुधा ने बताया कि, हम चार बहने हैं। सभी की शादी हो चुकी है। पिताजी को कैंसर था। हम बेटियों ने विधि विधान से अंतिम संस्कार किया है। दूसरे नंबर की बेटी सुधा ने बताया- देश के पीएम मोदी सभी के प्रेरणा के स्रोत हैं। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ उन्हीं का नारा है। हमारे पिताजी ने हमारी किसी बेटे से कम परवरिश नहीं की। उनकी इच्छा थी कि हम 4 बेटियां हीं उनको कंधा दें और मुखाग्नि के साथ हर रश्म को पूरा करें। सच्चिदानंद त्रिपाठी यूनियम बैंक के डीजीएम रहे थे।