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Bihar

पुलों के निर्माण में गड़बड़ी पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

Posted on: Sat, 14, Apr 2018 8:44 AM (IST)
पुलों के निर्माण में गड़बड़ी पर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

पटनाः (इन्द्र भूषण कुमार) गौनाहा के त्रिवेणी केनाल पर मेघौली चौक के पास बन रहे सायफन व पुल में गुणवतापूर्ण काम नहीं होने को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। गंडक विभाग की देखरेख में बन रहे सायफन व पुल के निर्माण में गड़बड़ी को लेकर न केवल विरोध प्रदर्शन किया बल्कि काम भी रोक दिया। मेधौली व माधोपुर निवासी दिनेश शर्मा, भट्टू मिस्त्री, अरमान, शम्मी मियां, विकास मिश्र, संजय ोसह, प्रभु राम ोसह, जावेद आलम, राजकुमार गुप्ता, सरोज आलम, विनोद जयसवाल, नेसार आलम, सनोज कुमार, सज्जुद्दीन शेख, परशुराम पाण्डेय, रामचन्द्र महतो आदि ग्रामीणों ने बताया कि सायफन व पुल निर्माण के काम में लोकल बालू लगाया जा रहा हैं।

बालू और सीमेंट का मिश्रण भी प्राक्कलन के अनुरूप नहीं है। मेघौली चौक के पास बन रहे सायफन का निर्माणाधीन एक पिलर नीचे धंस गया है। आक्रोशित लोगों ने यह भी कहा कि संवेदक द्वारा रात में भी निर्माण कार्य करवाया जाता है, जिससे अति महत्वपूर्ण पुल और साइफन के स्तरीय निर्माण कार्य पर सवाल खड़ा हो गया है। बताया जाता कि इस सायफन व पुल की प्राक्कलित राशि 16 करोड़ रुपये हैं।

वहीं अहिर्निया डोभ पर 15 करोड़ की लागत से पुल बन रहा है। ग्रामीणों के अनुसार उसमें भी करीब 200 टेलर लोकल बालू मिलाकर काम कराया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त माह में आयी प्रलयकारी बाढ़ से इस इलाके में बड़ी तबाही मची थी। दर्जनों सायफन व पुल ध्वस्त हो गए। मेघौली चौक के पास बने पुल और सायफन को लोग काफी पुराने और मजबूत बताते हुए उसे भी इस अलंकारी बारे में वह जाने की बात बताते हैं। ऐसे में नए निर्माण के गुणवत्ता पर विभाग और संवेदकों को विशेष ध्यान रखते हुए प्राक्कलन के अनुसार निर्माण कराना चाहिए। लेकिन ग्रामीण ऐसे निर्माण कार्य नहीं होने से आक्रोशित है। वार्ड सदस्य दिनेश शर्मा ने बताया कि बनने से पूर्व ही जब पिलर धंस जा रहा है तब बरसात में क्या होगा। यदि पिछले वर्ष की तरह बाढ़ की पुनरावृति हुई तो इन पुलों का तो नामोनिशान नहीं बचेगा।




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