वांटेड रंधीर यादव की मदद सरपंच को पड़ा महंगा
दरभंगाः (राजेश कुमार साहू) दिल्ली मोड़ बस स्टैंड के पास मारपीट व गोलीबारी में तीन लोगों की मौत के मामले में वांटेड सोनकी ओपी क्षेत्र के बासुदेवपुर निवासी रंधीर यादव की मदद करने का प्रयास करना टीकापट्टी पंचायत के सरपंच दुखी यादव के अलावा प्रकाश सहनी को काफी महंगा पड़ा। रंधीर यादव को बचाने के लिए उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बासुदेवपुर पहुंचकर दोनों उसके उपस्थिति पंजी में छेड़छाड़ करने के लिए प्रधानाध्यापक पर दबाव बना रहे थे। इसी बीच इसकी सूचना पुलिस को मिल गई। सोनकी ओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को सोमवार को स्कूल परिसर में दबोच लिया।
दुखी यादव बासुदेवपुर निवासी स्व. जगदीश यादव का पुत्र बताया जाता है। वहीं प्रकाश सहनी डगरसाम निवासी पंचू सहनी का पुत्र है। प्रकाश तिहरे हत्याकांड में वांटेड रंधीर यादव का गुर्गा है। सूत्रों के अनुसार रंधीर यादव बासुदेवपुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शिक्षक है। घटना के दिन 12 बजे दिन तक उसकी हाजिरी बनी हुई थी। रंधीर यादव को बचाने की नीयत से सरपंच उसके गुर्गे प्रकाश सहनी के साथ स्कूल पहुंचे थे। वह वहां के प्रधानाध्यापक पर रंधीर यादव की हाजिरी में छेड़छाड़ कर स्कूल से निकलने का समय बढ़ाने का दबाव बना रहा था।
मना करने पर दोनों प्रधानाध्यापक को धमका रहे थे। इसी बीच पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों को दबोच लिया। प्रधानाध्यापक के बयान पर दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सदर एसडीपीओ दिलनवाज अहमद ने इसकी पुष्टि की। गौरतलब है कि दिल्ली मोड़ पर 13 मार्च को मारपीट व गोलीबारी में राजू यादव, मो. शोएब व संजय यादव नामक युवकों की मौत हो गई थी।