कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश हुये मुख़्तार अंसारी
मऊः (सईदुज़्जफर की रिपेर्ट) जिले के बहुचर्चित ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिंह हत्याकांड के गवाह रहे रामसिंह मौर्या दोहरे हत्याकांड के मुकदमे में साजिश रचने के आरोपी सदर विधायक मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से लाकर अपर जनपद न्यायाधीश डा. अजय कुमार की अदालत में पेश किया गया।
न्यायालय ने आरोपियों का 313 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज किया तथा सफाई साक्ष्य के लिए 28 मार्च की तिथि नियत कर दिया। बताते चलें कि ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिंह की हत्या के मामले के मुख्य गवाह रामसिंह मौर्या और सिपाही सतीश की 19 मार्च 2010 को तत्कालीन एआरटीओ कार्यालय के पास गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी। मुकदमा वादी मुकदमा अशोक सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने विवेचना के बाद सदर विधायक मुख्तार अंसारी, रामदुलारे, अनुज कन्ननौजिया, पंकज यादव, रामू मल्लाह, राकेश उर्फ हनुमान पांडेय, शिवशंकर यादव, धर्मेन्द्र सोनकर, राजेश सिंह उर्फ राजन सिंह, वृजेश सोनकर और जामवंत उर्फ राजू के विरूद्ध आरोप पत्र कोर्ट में प्रेषित किया।
कोर्ट में 16 गवाहों को पेश किया गया। 313 सीआरपीसी का बयान दर्ज होने के बाद एडीजे ने पत्रावली में सफाई साक्ष्य के लिए 28 मार्च की तारीख नियत किया है। मुख्तार अंसारी की पेशी के मद्देनजर कचहरी परिसर में सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त किया गया था। जिसमें सीओ मधुबन, सीओ नगर, शहर कोतवाल सुरेश कुमार मिश्रा, महिला थानाध्यक्ष अनिता सिंह के अलावा काफी संख्या में पुलिस और पीएसी तथा एल आई यू के लोग तैनात रहे।