बस्ती में शो पीस बने हैं ट्राफिक सिग्नल, जागरूकता के नाम पर लाखों डकार जाते हैं लोग
बस्ती, 07 मई। बस्ती शहर में लगी ट्राफिक लाइटें शो पीस बन गई हैं। ये वर्षों से खराब पड़ी हैं लेकिन किसी अधिकारी का ध्यान इस ओर नही है। सभी इस बात का दिखावा करते हैं कि यातायात व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त बनाये रखना उनकी प्राथमिकता है। जागरूकता अभियान का वक्त आता है तो एक रैकेट औपचारिकताओं में जुट जाता है और सरकारी बजट का लाखों रूपया डकार जाता है।
शहर में ट्राफिक सिंग्नल लगे तो सभी को अच्छा लगा था, इससे यातायात व्यवस्था नियंत्रित भी रहती थी लेकिन एक एक कर सभी लाइटें खराब हो गईं। न पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने इसकी मरम्मत कराना जरूरी समझा और न वर्तमान ने। यातायात व्यवस्था संभाल रहे ट्राफिक इंसपेक्टर और स्टाफ दिन भर गाड़ियों का चालान करने में व्यस्त रहते हैं, यातायात व्यवस्था को सही रखने के लिये ट्राफिक सिंग्नल कितना महत्वपूर्ण है उन्हे या तो मालूम नही है या फिर इसे ठीक कराने में उनकी रूचि नही है। चौराहों पर डियूटी पर तैनात होमगार्ड्स के इशारों पर वाहन चलाइये तो रोज एक बार कहीं न कहीं भिडन्त होगी। ये तो लोगों का ट्राफिक सेंस है जो चौराहों पर घटनायें कम हो रही हैं। कुछ शहरवासियों का कहना है कि नगरपालिका अध्यक्ष, सांसद, विधायक और यातायात निरीक्षक का पॉवर अब इतना भी नही रहा कि वे ट्राफिक लाइटों की मरम्मत तक करा सकें।