महकमे की लचर व्यवस्था के चलते फीकी होगी दीवाली
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) एक ओर जहा प्रदेश सरकार ने दीपावली पूर्व सभी विभागों में वेतन देने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं इसके इतर शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। वेतन के साथ ही उन्हें डीए, बोनस और एरिया का भी भुगतान होना था। 17 ब्लाकों के शिक्षकों के दस्तावेज भेज दिए गए। वहीं नगर और राही ब्लॉक में लेटलतीफी के चलते भुगतान पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में अब उन्हें सिर्फ वेतन से ही संतोष करना पड़ेगा। इस बाबत वित्त एवं लेखाधिकारी की ओर से पत्र भी जारी कर दिया गया है। सबसे ज्यादा शिक्षक ब्लाक राही और सबसे कम नगर में है। इन दोनों ब्लॉकों में करीब 11 सौ शिक्षक तैनात हैं। वित्त एवं लेखाधिकारी ने पत्र जारी कर सभी बीईओ से भुगतान संबंधी औपचारिकताओं को पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। इसमें इन दोनों जगहों पर लापरवाही बरती गई। ऐसे में राही और नगर क्षेत्र छोड़कर अन्य का भुगतान कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से शिक्षकों को डीए का तीन प्रतिशत अंतर, बोनस 2018-19 और सप्तम वेतन अंतर की धनराशि का भुगतान होना है।
इसमें शिक्षकों को 60 से 70 हजार रुपये तक मिलने हैं। लापरवाही के चलते अब उन्हें अगले ग्रांट का इंतजार करना पड़ेगा। गड़बड़ी किस स्तर पर हुई है यह सबको पता है। सीमा पांडेय वित्त एवं लेखाधिकारी के अनुसार शासन से कुल बजट का 67 प्रतिशत धनराशि मिली थी। ऐसे में जिन ब्लॉकों से पहले प्रपत्र मिल गए, उन्हें भुगतान कर दिया गया है। 25 तक वेतन भी के खातों में भेज दिया जाएगा। वही इस मामले में बीईओ की तरफ से कोई बयान नही आया है कि उक्त गड़बड़ी कैसे हुई।