लग्जरी गाड़ी में महिला कर रही थी शराब की सप्लाई
पटना (इंद्र भूषण कुमार) लग्जरी गाड़ी में महिला को ड्राइविंग सीट के बगल में बैठाकर शराब की सप्लाई करने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने बलराम कुमार (अनीसाबाद, मूल रूप से जमशेदपुर का), राजू शर्मा ( नालंदा), नागेन्द्र साह (झारखंड) और रिकीं देवी (कॉल्पनिक नाम, झारखंड) को गिरफ्तार कर लिया है। कुल 146 शराब की बोतलें बरामद की गयी हैं।
पुलिस ने शराब तस्करों के सरगना पिंटू सिंह को भी पकड़ लिया है। कोतवाली डीएसपी शिब्ली नोमानी ने बताया कि यह गुप्त सूचना मिली कि पाटलिपुत्र थानांतर्गत वजीर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 204 में शराब की बड़ी खेप डिलीवर की गयी है। आनन-फानन में डीएसपी ने वहां छापेमारी की तो शराब रखकर बाहर निकल रही महिला सहित चारो पुलिस के हत्थे चढ़ गये। पकड़े गये शराब तस्करों ने यह खुलासा किया है कि ये सभी झारखंड से शराब लाकर पिंटू सिंह नाम के एक बिल्डर को सप्लाई करते थे। पकड़े गये बलराम पर कई संगीन मामले पहले से भी दर्ज हैं। पूर्व में भी वह जेल जा चुका है। दरअसल, शराब की तस्करी में माफिया महिला का इस्तेमाल इस कारण करते थे ताकि किसी को शक न हो। महिला को ड्राइविंग सीट के बगल में बैठा दिया जाता था। ऐसा इस कारण ताकि अगर चेकिंग में पुलिस से सामना हुआ तो परिवार समझकर गाड़ी की चेकिंग न हो। इसके लिये महिला को तीन हजार रुपये भी दिये जाते थे।
पटना पहुंचने के बाद उसे बस या ट्रेन से वापस भेज दिया जाता था। इस प्रकरण के सामने आने के बाद एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कोतवाली डीएसपी नोमानी ने सबसे पहले महिला सहित चार शराब तस्करों को पकड़ा था। उन्होंने जब सरगना पिंटू सिंह को शराब सप्लाई की बात बतायी तो डीएसपी ने आगे की पड़ताल शुरू की। डीएसपी को पता चला कि पिंटू पर पहले भी शराब सप्लायी के आरोप लगे थे जिसमें उन्होंने पिंटू पर हुये केस को सही ठहराया था। लेकिन सरगना की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। डीएसपी तत्काल पिंटू पर हुये केस के आईओ मंजी मिश्रा से पूछा तो उसने बताया कि कई बार पता करने के बाद भी उसका सुराग नहीं मिला। गुस्साये कोतवाली डीएसपी ने दारोगा पर रिपोर्ट करने के साथ ही उसकी लापरवाही की खबर पुलिस कप्तान मनु महाराज को दी। इधर, दारोगा को फटकार लगने के चार घंटे बाद ही पिंटू सिंह खुद से ही थाने पर पहुंच गया और उसने सरेंडर कर दिया। इसके बाद कई तरह की चर्चाएं होने लगीं। उतने दिनों से फरार शराब माफिया दारोगा को फटकार लगने के चंद ही घंटो बाद खुद से ही कैसे थाने पहुंच गया ?