अनसुलझी पहेली बनकर रह गया निशा हत्याकांड
कानपुर: शहर में हो रहे छुटफुट वारदातों के खुलासा करके पुलिस भले ही अपनी पीठ थप-थपा रही है, लेकिन ढाई माह बीत चुके है पर निशा हत्याकांड में फरार चले रहे हत्यारोपी प्रेमी को पुलिस पकड़ तक नहीं पायी है। यहीं नहीं बल्कि पुलिस को इस हत्या से जुड़े कोई भी सुराग अभी तक हाथ नहीं लग सका है। इस मामले में जब उच्चधिकारियों से बात की तो उनका कहना है कि हमारी टीम लगी हुई हैं जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जायेगा। लेकिन सूत्रों की माने तो निशा हत्याकांड पुलिस के लिए भी एक अनसुलझी पहेली साबित होती दिख रही हैं।
बताते चले कि बिल्हौर रहने वाली छात्रा निशा जीएसवीएम मेडिकल कालेज से सम्बद्ध हैलट अस्पताल से नर्सिंग का कोर्स कर रही थी। इसी बीच उसका प्रेमप्रसंग आलोक शर्मा नाम के युवक से हो गया। आलोक शर्मा एक हिस्ट्रीशीटर है वह काकादेव के राजापुरवा निवासी ऊषा के किराये के मकान में रहता था। मकान मालिक के मुताबिक आलोक अपना नाम वीरेन्द्र बताते हुए छात्रा निशा को अपनी पत्नी बताकर करीब देढ़ माह से किराये पर मकान लेकर रह रहा था। बीते 23 फरवरी को प्रेमीका के किसी और से सम्बन्ध की जानकारी का शक होने पर प्रेमी ने उसकी निशृंष हत्या कर शव को खून से लथपथ कमरे में ही बंद करके फरार हो गया। घटना की जानकारी पर पहंुची पुलिस काकादेव थाने की पुलिस ने घटनास्थल की जांच फारेंसिक टीम से करवाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर घटना की जानकारी पर पुलिस ने जांच की तो यह पता चला कि हत्या उसके ही प्रेमी ने की हैं और फरार हत्यारोपी की तलाश में सर्विलांस व क्राइम ब्रांच टीम को लगा दिया गया। घटना को करीब ढाई माह बीत चुके हैं, लेकिन शहर की हाइटेक पुलिस फरार हत्यारोपी को पकड़ना तो दूर उसका सुराग तक नहीं लगा सकी हैं। इधर बेटी को न्याय दिलाने की आस में परिजन थाने व अन्य पुलिस अफ्सरों के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।