कलेक्ट्री कचहरी में मां के साथ आत्मदाह की कोशिश, सुरक्षाकर्मियों ने बचाया
देवरिया, ब्यूरो (ओपी श्रीवास्तव) जिले में भूमि विवाद संबंधी मामलों के निपटारे में प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा की जा रही लापरवाही की वजह से क्षुब्ध होकर सोमवार को एक व्यक्ति ने कलेक्ट्री कचहरी मे आत्मदाह का प्रयास किया। संयोग अच्छा था कि अपर जिलाधिकारी प्रशासन के सुरक्षाकर्मी तथा अन्य लोगों ने उसे बचा लिया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कोतवाली थाना के प्रभारी वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि अमरजीत राव उम्र करीब 40 वर्ष पुत्र छेदी राव ग्राम बरनई बाबू टोला, थाना महुआ डीह, जिला देवरिया ने अपनी मां के साथ कलेक्ट्री कचहरी में सोमवार को दिन के लगभग 2ः00 बजे आत्मदाह का प्रयास किया। लेकिन उसे बचा लिया गया। हालांकि घटना के संबंध में अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि कलेक्ट्री कचहरी तथा दीवानी न्यायालय में चल रहे एक मुकदमे में देरी की वजह से क्षुब्ध होकर एक व्यक्ति आत्मदाह का प्रयास कर रहा था।
उसे मौक़ा रहते सुरक्षा कर्मियों ने बचा लिया और समझा बुझाकर उसे घर भेज दिया गया। उन्होंने कहा फिलहाल राजस्व कर्मियों को तथा पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वे कल मंगलवार को मौके पर जाकर यथा सम्भव समस्या का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि देवरिया जिले में कुछ माह पूर्व रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जमीन संबंधी विवाद में त्वरित निर्णय नहीं लिए जाने के कारण छह लोगों की जान चली गई थी।
इस संबंध में प्रदेश सरकार ने तत्कालीन एसडीम एवं क्षेत्राधिकारी सहित 16 लोगों को निलंबित कर दिया था और अभी भी जांच की कार्रवाई चल रही है। इस मामले ने प्रदेश भर में हलचल पैदा कर दिया था। लेकिन उसके बावजूद भी जिले के प्रशासनिक अधिकारी भूमि संबंधी विवादों में संवेदनशील नहीं है और आए दिन विवाद उत्पन्न हो रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी सख्त निर्देश है की जमीन संबंधी विवादों में ठोस विधिक कार्रवाई करते हुए शिकायतों का निस्तारण करें लेकिन लगता है कि जिला प्रशासन अपने हठ धर्मी रवैया से बाज नहीं आएगा।