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Uttar pradesh

जच्चा की मौत, अस्पताल में हंगामा

Posted on: Wed, 04, Sep 2019 9:08 AM (IST)
जच्चा की मौत, अस्पताल में हंगामा

रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) रायबरेली के महराजगंज कस्बा स्थित डीआर सर्जिकल हॉस्पिटल में चिकित्सकों की लापरवाही से एक जच्चा की मौत हो गई। परिजनों में कोहराम मच गया। देखते ही देखते अस्पताल को ग्रामीणों ने घेर लिया। सूचना पर पुलिस पहुंची और सभी को शांत कराया। पुलिस ने संचालक को हिरासत में ले लिया है।

कोतवाली क्षेत्र के बावन बुजुर्ग बल्ला निवासी नेहा (22) पत्नी रामसमुझ को 30 अगस्त को प्रसव पीड़ा हुई थी। परिजनों ने 102 एंबुलेंस की सहायता से उसे सीएचसी पहुंचाया। चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। रामसमुझ का आरोप है कि जैसे ही वह जिला अस्पताल के लिए निकला। डीआर सर्जिकल हॉस्पिटल के संचालक राकेश यादव उसे अपने अस्पताल में नार्मल प्रसव कराने का आश्वासन दिया। वहां पहुंचते ही हालत गंभीर बताते हुए ऑपरेशन का खर्च 25 हजार रुपये बताया। परिजनों ने 18 हजार रुपये जमा कराए। फिर अस्पताल संचालक गर्भवती नेहा को एंबुलेंस से लखनऊ के एक निजी अस्पताल ले गया।

जहां पर ऑपरेशन किया गया और 24 घंटे में ही वहां से यहां भेज दिया गया। देर रात जच्चा के पेट में दर्द हुआ। इलाज के दौरान उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल संचालक के गलत इलाज के कारण नेहा की मौत हुई है। इसकी खबर गांव में पहुंचते ही सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रामसमुझ की तहरीर पर अस्पताल संचालक राकेश यादव, कर्मचारी प्रदीप कुमार, रेनू गुप्ता के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।

सर्जन के नाम है पंजीकरण डीआर सर्जिकल हॉस्पिटल कस्बे के बछरावां रोड पर करीब पांच वर्षों से संचालित है। विभाग की माने तो यह अस्पताल सर्जन डॉ.धनंजय सिंह के नाम पंजीकृत है। अस्पताल का संचालन राकेश यादव व रेनू गुप्ता द्वारा किया जाता है। राकेश ने बताया कि उनके पास बीएचएमएस की डिग्री है। डॉ.राधाकृष्णन, सीएचसी अधीक्षक ने कहा मामला संज्ञान में आया है। डीआर सर्जिकल हॉस्पिटल का पंजीकरण धनंजय सिंह के नाम से है। मामले की जांच कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।




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