• Subscribe Us

logo
15 मई 2024
15 मई 2024

विज्ञापन
मीडिया दस्तक में आप का स्वागत है।
Uttar pradesh

गर्भावस्था के दौरान ही परिवार नियोजन संबंधी परामर्श जरूरी

Posted on: Wed, 27, Sep 2023 9:03 PM (IST)
गर्भावस्था के दौरान ही परिवार नियोजन संबंधी परामर्श जरूरी

गोरखपुर, 27 सितम्बर। मातृ शिशु स्वास्थ्य में परिवार नियोजन की अहम भूमिका है। इस दिशा में निजी क्षेत्र की अच्छी भागीदारी हो सकती है। आवश्यकता इस बात की है कि निजी नर्सिंग होम भी गर्भावस्था के दौरान ही दंपति को परिवार नियोजन के बारे में परामर्श देना शुरू करें। यह बातें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी ने पीएसआई इंडिया संस्था के सहयोग से प्रेरणा श्री सभागार में सोमवार को शाम तक चले निजी नर्सिंग होम के अभिमुखीकरण कार्यक्रम में कहीं। इस कार्यक्रम के जरिये निजी क्षेत्र के करीब 60000 दंपति तक प्रति माह परिवार नियोजन का संदेश पहुंचाने की पहल की गयी है।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जब गर्भवती प्रसव पूर्व जांच के लिए किसी निजी चिकित्सक के पास आती हैं तो चिकित्सक की राय की प्रभावशीलता कहीं अधिक होती है। प्रसव पूर्व जांच के दौरान ही दंपति को एक साथ बैठा कर परिवार नियोजन के प्रति उनकी समझ विकसित की जानी चाहिए। उन्हें उपलब्ध बॉस्केट ऑफ च्वाइस (परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों) के बारे में जानकारी देने के साथ इसकी उपयोगिता बतानी होगी। दंपति को समझाना होगा कि प्रसव या गर्भपात के तुरंत बाद का गर्भधारण महिला की सेहत के लिए हानिकारक होता है।

इन स्थितियों में बच्चे का भी गर्भ में विकास नहीं हो पाता है। अगर दो बच्चों में तीन साल का अंतर नहीं होगा तो मां और बच्चा दोनों कुपोषण का शिकार हो जाएंगे और पहले बच्चे को भी सही पोषण नहीं मिलेगा। डॉ चौधरी ने कहा कि अगर गर्भावस्था के दौरान दंपति को परामर्श दिया जाए तो वह परिवार पूरा होने पर पोस्टपार्टम नसबंदी या पीपीआईयूसीडी की सेवाएं ले लेंगे और अनचाहे गर्भ से बच जाएंगे। सुनिश्चित किया जाए कि प्रसव या गर्भपात के बाद दंपति को उनके पसंद के परिवार नियोजन के किसी न किसी एक साधन के साथ ही घर वापस भेजा जाए।

इस मौके पर निजी क्षेत्र की चिकित्सक डॉ मधु गुलाटी और डॉ सुरहिता करीम ने परामर्श में आवश्यक सहयोग की अपेक्षा की। डॉ चौधरी ने सभी अस्पतालों को आश्वस्त किया कि वह परामर्श के लिए अपने यहां के स्टॉफ का चयन कर लें तो स्वास्थ्य विभाग परामर्शदाता के तौर पर उनके स्टॉफ का क्षमता संवर्धन भी करवाएगा। एनएचएम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद ने कहा कि सेवाएं देने के साथ ही सभी नर्सिंग होम संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण और नोटिफाइबल बीमारियों के बारे में नियमित तौर पर रिपोर्टिंग भी करें। अभिमुखीकरण कार्यक्रम में 33 प्रतिष्टित निजी अस्पतालों के चिकित्सकों व प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर डॉ अमृता, डॉ अनामिका, डॉ वंदना, डॉ प्रमिला, शहरी स्वास्थ्य मिशन के समन्वयक सुरेश सिंह चौहान, पीएसआई इंडिया संस्था की प्रतिनिधि कृति पाठक, प्रियंका सिंह, एनएचएम से विजय और आदिल प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।

किया जा रहा है सहयोग

निजी चिकित्सक डॉ मधु गुलाटी ने बताया कि परिवार नियोजन के क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग सेपहले से ही सहयोग किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से उनके यहां विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में कैम्प भी लगाया गया था। सोमवार के अभिमुखीकरण कार्यक्रम में टोल फ्री नंबर 104 के बारे में जानकारी मिली है, जिस पर परिवार नियोजन समेत सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों का विवरण उपलब्ध है। इस नंबर का भी लाभार्थियों के बीच प्रचार प्रसार करवाया जाएगा।




ब्रेकिंग न्यूज
मीडिया दस्तक में आप का स्वागत है।