फर्जी दस्तावेजों पर जारी सिमकार्ड्स सुरक्षा के लिये खतरा, ब्लाक किये गये 1.8 सिमकार्ड्स
मीडिया दस्तक चंडीगढ़, (अभिषेक सिंह) कूटरचित दस्तावेजों पर सिम कार्ड जारी करने का मामला सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है, ऐसे 1.8 लाख से अधिक सिम कार्ड्स को ब्लॉक करवा दिया गया है। यह जानकारी डी.जी.पी. पंजाब गौरव यादव ने एक बयान जारी करके दी। पंजाब पुलिस के आंतरिक सुरक्षा विंग द्वारा दूरसंचार विभाग (डी.ओ.टी.) के सहयोग से पहचान के नकली सबूतों के आधार पर सिम कार्ड बेचने वाले डिस्ट्रीब्यूटरों, एजेंटों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई शुरू की है।
क्योंकि ज्यादातर साईबर अपराधों और देश विरोधी गतिविधियों को नकली दस्तावेजों पर जारी किए मोबाइल नंबरों के जरिए अंजाम दिया जाता है। डी.जी.पी. गौरव यादव ने बताया कि नकली सबूतों के आधार पर सिम कार्ड बेचने वाले प्वाइंट ऑफ सेल्ज डिस्ट्रीब्यूटरों, एजेटों व अन्य लोगों के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस टीमों ने नकली दस्तावेजों पर सिम कार्ड्स की बिक्री में शामिल ऐसे 17 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा राज्यभर में गत 3 दिन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 465, 467 और 471 के अंतर्गत 52 एफ.आई.आर. दर्ज की गई हैं। नकली दस्तावेजों के द्वारा जारी किए सिम कार्ड्स की पहचान करने के लिए मुहिम जारी है। उन्होंने कहा कि एक मामले में नकली दस्तावेजों का प्रयोग कर एक ही फोटो के साथ नाम बदलकर 500 के करीब सिम कार्ड जारी किए गए हैं। स्पेशल डी.जी.पी. ने पंजाबभर के रिटेलर्स को अपने ग्राहक को जानो (के.वाई.सी.) नियमों की पालना न करने की सूरत में सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी।