वर्षों से डियूटी कर रहा था फर्जी अर्दली, गूंगे बहरे देवरिया जिला प्रशासन को भनक तक नही
देवरिया, ब्यूरो (ओपी श्रीवास्तव)। देवरिया जिले में अधिकारियों की नाक के नीचे भ्रष्टाचार एवं धोखाधड़ी की अनेक घटनाएं होती जा रही हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से ऐसे धोखेबाजों एवं भ्रष्टाचारिर्यों लगाम नही कसी जा रही है। ताजा मामले के अनुसार मंगलवार को बरहज तहसील में आयोजित तहसील दिवस के दौरान जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह और पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के सामने आश्चर्यजनक रूप से तहसीलदार बरहज का एक फर्जी अर्दली अनुचर पकड़ा गया जो सरकारी वेष भूषा में ड्यूटी कर रहा था। इस मामले में जिलाधिकारी ने तुरंत अर्दली को हिरासत में लेकर पुलिस थाने पर बरहज भिजवा दिया।
लेकिन बुधवार को समाचार लिखे जाते समय तक आरोपी फर्जी अर्दली के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो सका था। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी तहसील दिवस में जन समस्याओं को सुन रहे थे कि इस दौरान एक व्यक्ति ने तहसीलदार के अर्दली के द्वारा ₹10,000 रिश्वत मांगे जाने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई। बताया जाता है की शिकायत मिलते ही जब जिलाधिकारी ने बावर्दी पास में खड़े आरोपी अर्दली से पूछताछ की तो पता चला कि वह सरकारी अर्दली नहीं है।
बल्कि वहां के तहसीलदारों के रहमों करम पर वह तहसीलदार के साथ उठता बैठता और आता जाता रहा है तथा ड्यूटी करता रहा है। इस संबंध में जब तहसीलदार बरहज अरुण कुमार से पूछताछ की गई तो उन्होंने पहले तो कुछ भी बोलने से इनकार किया, लेकिन बाद में जब उन्हें बताया गया कि यह मामला काफी गंभीर है तब उन्होंने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके आने से पूर्व से ही यह अर्दली यहां तहसील में काम करता था और हम लोग यही समझते थे कि यह सरकारी अर्दली है।
तहसीलदार ने यह भी बताया कि संभवत आरोपी अर्दली के रूप में पकड़ा गया यह व्यक्ति कभी यहां का स्टाफ रहा हो और बाद में उसे नौकरी से निकाल दिया गया हो। इस संबंध में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने बुधवार को बताया कि उस अर्दली को काम करते हुए कई साल हो चुके हैं लेकिन किसी भी तहसीलदार या एसडीएम ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि उसकी वास्तविकता क्या है। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में बरहज के एसडीएम तथा तहसीलदार से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जबकि बरहज थाने के प्रभारी राहुल सिंह ने बुधवार को बताया कि इस मामले में किसी प्रकार की कोई प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है, बल्कि प्रकरण की जांच की जा रही है।