समय के साथ ढलने की आदत ने बनाया लिंविग लिजेण्ड
मुंबई: श्वेता-बच्चन नंदा से अक्सर यह सवाल किया जाता है कि ‘‘कौन सी चीज उनके पिता को कूल बनाती है? और श्वेता को लगता है कि बदलते समय के अनुरूप खुद को ढालने की महानायक की कला ही उन्हें कूल बनाती है। यह कला उन्हें आज की पीढ़ी के अनुरूप बनाती है। 74 वर्षीय बच्चन ने अपने 73 वें जन्मदिन पर अपनी बेटी द्वारा लिखे गये एक भावनात्मक पत्र को अपने ब्लॉग पर शेयर किया। इस पत्र में श्वेता ने बताया है कि कौन से चीज बच्चन को ‘‘लिविंग लीजेंड’’ बनाती है।
श्वेता ने लिखा, ‘‘कई बार यह सवाल पूछे जाने के बाद कि ‘आपके पिता को कौन सी चीज कूल बनाती है?’ मुझे यह लगता है कि इसका कोई गुप्त नुस्खा नहीं है। वह बदलते समय के अनुरूप खुद को ढाल लेते हैं। यह जितना आसान है उतना ही मुश्किल भी है।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘वह नई पीढ़ी के संगीत, कला या पहनावे को लेकर नकारात्मक नहीं होते। वास्तव में उन्होने इन सभी चीजों के साथ सामंजस्य स्थापित कर लिया है। वह कभी भी बदलते दौर में पीछे नहीं रहते। वह नई तकनीक, जैसे कि सोशल मीडिया के मामले में भी उस्ताद हैं। वह इन सभी चीजों में शीर्ष पर हैं।’’ माध्यम पंजाब केसरी