जाली करेंसी छापने के गिरोह का भंडाफोड़
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) भारतीय अर्थव्यवस्था को खोखला करने, वालो बेनकाब हुये है। रायबरेली के महराजगंज के ग्राम अट्रेहटा गांव में पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। जिला व पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे यह गिरोह फल-फूल रहा था लेकिन प्रशासन को इसकी खबर न थी। इतना बड़ा मामला जो सीधे देश की अर्थव्यवस्था को चोट करे, की खबर न होना लोगो के गले नही उतर रहा है।
गिरोह का खुलासा भी गिरोह के ही तरफ से हुआ। आपको बताते चले गिरोह के दो सदस्यों के बीच देर रात मारपीट हुई, तो उसी गिरोह की सदस्या एक किन्नर ने इमरजेंसी के 112 नम्बर पर काल कर पुलिस सहायता मांगी। जिसके बाद मौके पर पहुची पुलिस नकली करेंसी, एक अदद मशीन (विशेष प्रकार का प्रिंटर) और एक अदद तमंचा बरामद किया। इस मामले में पुलिस ने मौके से तीन लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की, और गहन पूछतांछ शुरू कर दी गयी है। चालक रामकृपाल और किन्नर के बीच देर रात कुछ कहासुनी हुई, और दोनो के बीच मारपीट शुरू हो गयी, मारपीट के दौरान ही किन्नर ने तैश में सहायता मांगने के उद्देश्य से 112 नम्बर डायल कर दिया, पुलिस आई तो मामले से परदा ही उट गया।
किन्नर और चालक दोनो किराए का मकान लेकर उक्त घटना को बड़ी शातिर से अंदाज से अंजाम दे रहे थे, इस गिरोह में शामिल अन्य लोगो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पूंछतांछ और अपने स्तर से जांच में जुट गई है। आपको बताते चले कि यह घटना रायबरेली में कोई पहली बार नही है इसके पूर्व भी सदर रायबरेली के पाश इलाके में गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था। जब अनाज के बोरो में नकली नोट भरकर रखे गए थे और यह जनपद समेत आसपास के जनपदों में खपाये जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने इसके बाद भी सक्रियता नही बरती और ऐसे अपराधियो के हौसले बुलंद होते गये, जो अब पूरे जनपद तहसील में इस गोरखधंधे को अंजाम देने में लगे है।