प्रदीप गुप्ता है बस हाईजैक का मास्टरमाइंट
आगरा (राहुल कुलश्रेष्ठ) यूपी के आगरा जिले से बुधवार रात हाईजैक बस की पुलिस ने 16 घंटे बाद इटावा के बलरई थाना क्षेत्र में लोकेशन ट्रेस की है। सभी 34 यात्रियों के सुरक्षित होने का दावा किया गया है। पुलिस का कहना है कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने बस को कब्जे में लिया था, जबकि फाइनेंस कंपनी का कहना है कि बस पर कोई बकाया नहीं था। मंगलवार को बस मालिक की मौत हो गई थी।
बस का मालिक ग्वालियर का है। बस पर कल्पना ट्रैवल्स लिखा है। इससे पहले ड्राइवर और कंडक्टर ने बताया था कि आगरा के दक्षिणी बाइपास पर बदमाशों ने 300-300 रुपए देकर उन्हें रास्ते में उतार दिया था। बस हाइजैक कांड में रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, बस मालिक और फिरोजाबाद के एक व्यापारी के बीच रुपए के लेनदेन का विवाद था। बस मालिक की मौत के बाद व्यापारी को लगा कि उसका पैसा डूब जाएगा तो उसने यह खेल रचा। जिन लोगों ने बस को हाइजैक किया था, उनका कुछ पता नहीं चला है। वहीं, श्रीराम फाइनेंस के रीजनल बिजनेस हेड ने किसी भी लोन से इंकार किया है। कहा कि, इस बस का लोन 2018 में ही चुकता हो चुका है।
बताया जा रहा है आगरा बस हाईजैक का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, प्रदीप गुप्ता आरटीओ का बड़ा दलाल है। मार्च 2018 में एसएसपी इटावा रहे वैभव कृष्ण ने दो एआरटीओ के साथ प्रदीप गुप्ता को जेल भेजा था। परिवहन विभाग के फर्जी प्रपत्र तैयार करने में दो आरटीओ के साथ प्रदीप गुप्ता उर्फ गुड्डा के खिलाफ ये कार्यवाही हुई थी। प्रदीप गुप्ता उर्फ गुड्डा डेढ़ दर्जन बसों का खुद मालिक है। प्रदीप गुप्ता उर्फ गुड्डा फर्जी कागजात से बस का परमिट दिलाने का बड़ा खिलाड़ी है। वह मूलतः आगरा के ग्रामीण इलाके का रहने वाला है। उसने फिरोजाबाद और इटावा में संपत्ति बना रखी है। 19 मार्च 2018 को इटावा के सिविल लाइन थाने में प्रदीप गुप्ता पर एफआईआर दर्ज हुई थी।